उड़ान एम्पावरमेंट ट्रस्ट ने दिव्यांग/विकलांग बच्चों के लिए आयोजित किया म्यूजिक टैलेंट हंट कार्यक्रम उड़ान आइडल-2022…
पचकूला:-रेडियो उड़ान टीम की तरफ से शनिवार को दिव्यांग/विकलांग बच्चों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर म्यूजिक टैलेंट हंट कार्यक्रम सेवलॉन स्वस्थ इंडिया मिशन- “उड़ान आइडल-2022” का आयोजन किया। पंचकूला सेक्टर 06 स्थित ताऊ देवी लाल जाट भवन में आयोजित म्यूजिक टैलेंट हंट कार्यक्रम का आयोजन सेवलॉन स्वस्थ इंडिया मिशन, दीपस्तम्भ फाउंडेशन मनोबल, नैब दिल्ली और मित्र ज्योति के आपसी सहयोग से किया गया। जाट भवन के चेयरपर्सन एम् एस मालिक ने भी इस आयोजन में अपना भरपूर सहयोग दिया।प्रतियोगिया में फेमस पंजाबी और बॉलीवुड गायक जसवीर जस्सी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। जबकि फेमस गायिका डॉली गुलेरिया की बेटी क्रिएटिव डायरेक्टर सुनयना गुलेरिया, देव समाज कॉलेज फिरोजपुर से डॉक्टर संदीप कुमार, म्यूजिक टीचर केंद्रीय विद्यालय लुधियाना से संजीव कुमार और म्यूजिक टीचर पुनीत सोनी बतौर जूरी मेंबर उपस्थित थे।
इस मौके इन दिव्यांग बच्चों ने पहले राउंड में रोहित ने कुछ तो लोग कहेंगे गीत गाया तो सुखवीर ने तेरे बिना, सचिन ने शाह ए कर्म, जया दिवान ने रैना बीती जाए, सागर ने मिली खाक में मोहब्बत, आदित्य ने अभी मुझमे कहीं, राजेश ने प्यार चाहिए, आफताब ने माही तेरी चुनरिया लहराई, बिजेन्दर ने मन रे तू काहे को धीर धरे, रविंदर ने सुरमई शाम, ओम प्रकाश ने चांद सिफारिश जो करता हमारी और राजू ने तेरी तस्वीर गीत गाया तो हाल मदमस्त हो झूम उठा। इसी तरह ही दूसरे राउंड में भी इन सिंगर्स ने रोहित ने मेरे सपनों की रानी, जाया दीवान ने यह इश्क हाय, विजेंदर ने यमला पगला दीवाना, आदित्य ने तेरा ध्यान किधर है तेरा हीरो इधर है, सुखवीर ने ठरकी छोकरो, रविंदर ने याद आ रहा है तेरा प्यार, आफताब ने फिर मिलेंगे चलते चलते, राजू ने लपक झपक, ओम प्रकाश ने हाल क्या है दिलों का, राजेश ने आ जा आ जा में हूँ प्यार तेरा, सचिन ने बावरे और सागर ने बचना ए हसीनों जैसे रोकिंग गीतों पर माहौल जमाया।
इस प्रतियोगिता में भारत के हर कोने से लगभग 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया । जिसके 02 राउंड रेडियो पर करवाए गए और उसमे से टॉप 12 फाइनलिस्ट को चुना गया था । इन टॉप 12 सिंगर्स ने आज अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन कर हाल में उपस्थित सभी का मन मोह लिया। सभी प्रतिभागियों ने जब अपनी मधुर आवाज़ में गीत गाये तो हर कोई झूम उठा और उनकी मधुर आवाज़ की प्रशंसा किए बिना नहीं रह सका।
इस दौरान विजेता रहे प्रतिभागी को 51000 रूपए, द्वितीय स्थान पर रहे प्रतिभागी को 31000 रूपए और तीसरे स्थान पर रहे प्रतिभागी को 21000 रूपए के साथ साथ ट्रॉफी और सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। इसके अलावा शेष प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार वितरित कर सम्मानित किया गया।
आयोजकों अनुसार इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देशय दिव्यांग और विकलांग बच्चों के हुनर और उनमे छुपी कला प्रतिभा को समाज के सामने लाना है और उन्हें एक बड़ा मंच प्रदान कर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि इससे उनको रोजगार के सुअवसर प्राप्त हो सकें।