कोरोना किलर मशीन सभी प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस को निष्क्रिय कर देती है…..
चंडीगढ़, 9 सितम्बर, 2020: चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आज यहां कोरोना किलर मशीन लॉन्च की गयी। कोरोना किलर मशीन बिजली से चलती है और इसमें किसी तरह के सेनिटाइजर या साबुन की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए इसकी संचालन लागत न के बराबर होती है। मशीन को घरों, कॉर्पोरेट कार्यालयों, अस्पतालों, स्कूलों, वाहनों, कोविड क्वारेंटाइन केंद्रों, कारखानों, मंदिरों आदि में स्थापित किया जा सकता है। कोविड-19 पूरी दुनिया में जीवन को प्रभावित कर रहा है। अलगाव, मिलने-जुलने पर पाबंदी और आर्थिक गतिविधियों पर रोक वाले देशों, खासकर भारत में, इसके कारण मनोसामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। कोरोना वायरस को रोकने के उपायों से बच्चों और किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य को काफी खतरा है। एक और जोखिम लोगों में मानसिक रोगों, घरेलू हिंसा और बच्चों के कुपोषण का भी है।
“शुरू में कोविड-19 के बारे में जानकारी सीमित थी, इसलिए देश भर के कई लोग इस बीमारी के सामुदायिक प्रसार से चिंतित थे। इंडोटेक इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस (पुणे) और साइसिर ग्लोबल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (ज़ीरकपुर) ने महसूस किया कि वे किराने की चीजों, समाचार पत्रों, करंसी नोटों या पूरे कमरे को वायरस रहित करके इस समस्या को कम कर सकते हैं। साइसिर ग्लोबल के सीओओ अमित दुग्गल ने कहा, “हमने इसे एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देखा, मुख्य रूप से इस बड़ी समस्या को हल करने की पहल के रूप में, और इसके लिए कोरोना किलर मशीन विकसित की गयी।”
कोरोना किलर, स्वदेशी रूप से विकसित एक मशीन है, जिसका भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) द्वारा परीक्षण किया जा चुका है। मशीन का निर्माण पुणे स्थित इंडोटेक इडस्ट्रीज द्वारा किया गया है और इसकी मार्केटिंग ज़ीरकपुर स्थित साइसिर ग्लोबल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की जा रही है। कोरोना किलर सभी भारतीयों के लिए एक मददगार मशीन साबित होगी, क्योंकि यह वर्तमान में कोविड-19 के सामुदायिक प्रसार को रोकने में कारगर है। ऐसा दुग्गल ने दावा किया है।
मशीन में सभी प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस (कोरोना वायरस सहित) को निष्क्रिय करने के लिए आयनीकरण प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। आईसीएमआर और एनआईवी ने मशीन की दक्षता का परीक्षण किया है और इस प्रक्रिया को सभी प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया को खत्म करने में प्रभावी पाया है। लगभग ढाई महीने तक आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने इसका अध्ययन किया, जिसके बाद जुलाई में इसका प्रमाणन जारी किया गया। यहां तक कि पुणे स्थित कोविड अस्पताल – नायडू अस्पताल ने भी इसका परीक्षण किया है और प्रमाणित किया कि यह मशीन वायरस को निष्क्रिय करने में सक्षम है। इसमें आयनीकरण प्रक्रिया का उपयोग करके वायरस की संख्या कम हो जाती है और 100-3000 वर्ग फुट क्षेत्र में मौजूद सभी वस्तुएं सुरक्षित हो जाती हैं। इसके अलावा, यह किसी भी हानिकारक कण या ओजोन का उत्सर्जन नहीं करती है,” दुग्गल ने कहा।
मशीन कोविड वार्डों में मौजूद निशानों, हाथ के दस्ताने, पीपीई किट, बेड शीट और अन्य वस्तुओं को पूरी तरह से हानिरहित कर देती है। अभी तक कंपनी कोरोना किलर की 200 इकाइयों का निर्माण कर रही थी। लेकिन देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से मांग बढ़ती देख क्षमता को बढ़ाकर 700 यूनिट कर दिया गया है।
साइसिर ग्लोबल टैक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (ज़ीरकपुर, फोन: 70113-88933, 96505-12444) पूरे उत्तर भारत क्षेत्र और कॉर्पोरेट कंपनियों के लिए कोरोना किलर मशीन के एकमात्र वितरक के रूप में नियुक्त की गयी है। कंपनी उत्पाद की पहुंच और बिक्री बढ़ाने के लिए पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में उप-वितरकों/ डीलरों को नियुक्त करने के लिए आवेदन आमंत्रित कर रही है।
टीम साइसिर पहले ही हरियाणा और पंजाब सरकारों के विभिन्न अधिकारियों के समक्ष मशीन के फायदों का प्रदर्शन कर चुकी है और उत्पाद के बारे में जानने के बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और साथ ही विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने मशीन को देखने के लिए और यह पता लगाने के लिए कि मशीन किस तरह से कोविड-19 का मुकाबला कर सकती है, एक रिपोर्ट मांगी है।