हरियाणा सरकार कर रही अत्याचार 20वें दिन भी लगातार डटी रही अपनी हड़ताल पर हरियाणा की आशा वर्कर
आज पंचकूला 26 अगस्त 2020 लम्बित मागों को लेकर जारी आशा वर्करों की हड़ताल आज 20 वे दिन में पहुच गई है। आज यवनिका पार्क सेक्टर 5 पंचकूला में हजारों आशा वर्करों ने इकट्ठे होकर सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की वह उनके चिट्ठे खोलें, अम्बाला व पंचकूला की हजारों आशाए पंचकूला की सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए हरियाणा विधानसभा के लिए चल पड़ी। परंतु चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड पर ही भारी मात्रा में पुलिस द्वारा कर्मियों को रोक लिया गया। लेकिन आशा वर्कर ने मिलकर वहीं सड़क पर ही डेरा जमा लिया और कहा कि जब तक हमें ठोस आश्वासन नहीं मिलता और किसी अधिकारी से बात नहीं होती तब तक हम यहां से नहीं हीलेंगे।
हडताली आशा वर्करो को संबोधित करते हुए सीटू की राज्य प्रधान सुरेखा व माहा-सचिव जय भगवान ने कहा कि आज आशाओं को जिन्होने देश व प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओ को मजबूत किया है। उनको न्यूनतम वेतन तक नही दिया जा रहा, कोविड के दौरान अतिरिक्त जोखिम भत्ते एवं कटी हुई प्रोत्साहन राशियों की बहाली की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। राज्य सरकार ने मांगों पर बातचीत के लिए 17 अगस्त को आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा (सीटू) को बुलाया था, वार्ता लगभग डेढ़ घंटे तक चली मगर किसी भी बात पर कोई ठोस आश्वासन सरकार ने नहीं दिया। यह है कि 21 जुलाई 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार आशाओं को सब सेंटर पर अलमारी स्मार्टफोन एवं एनम की भर्ती में वेटेज जैसे सरकार के 2 साल पहले के स्वयं के निर्णय को भी ठोस रूप में तुरंत लागू करने बारे उचित आश्वासन नहीं मिला है। वहीं केंद्र से मिलने वाली प्रोत्शाहन राशियों के 50 प्रतिशत की गई कटौती को बहाल करने बारे बात नहीं की जा रही। अतिरिक्त जोखिम भत्ता देने पर भी सरकार मौन है।
सीटू की जिला प्रधान रमा ने कहा कि आशाए स्वास्थय के ढाचें को मजबूत बनाने व जनता को बेहतर स्वास्थय सेवाए प्रदान करवाने के लिए संर्घष कर रहीं है। सरकार के इस असंवेदनशील रूख के खिलाफ यूनियन ने हड़ताल को 21 अगस्त तक रखने का फैसला किया था। अपने हकों के लिए आशा वर्करस के संर्घष को सीटू, सर्व कर्मचारी संघ व तमाम जन-संगठन दिलों जान से समर्थन कर रहे हैं।


