सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा का बड़ा बयान – “कांग्रेस ने नहीं छोड़ा न देशभक्त, न धर्म”…
मालेगांव ब्लास्ट केस में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सातों आरोपियों को बरी किए जाने के बाद, भाजपा चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह फैसला उन सभी सच्चे देशभक्तों के सम्मान की पुनः स्थापना है, जिन्हें कांग्रेस ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए आतंकवादी करार देने की कोशिश की थी।
मल्होत्रा ने कहा कि “लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित जैसे सेना के अफसर और प्रज्ञा सिंह ठाकुर जैसी राष्ट्रवादी सोच की प्रतिनिधि को वर्षों तक झूठे मुकदमों में फंसाकर कांग्रेस ने केवल निर्दोषों को नहीं, बल्कि पूरे देश की राष्ट्रीय चेतना को बदनाम करने की साजिश रची।”
सुप्रीम कोर्ट ने 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, मेजर राकेश उपाध्याय, अजय रहिरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी को सभी आरोपों से बरी कर दिया। अदालत ने कहा कि अभियोजन पक्ष आरोप साबित करने में असफल रहा।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने कहा:
> “कांग्रेस पार्टी ने सत्ता की राजनीति के लिए पूरे भगवा समाज को कटघरे में खड़ा किया। ‘भगवा आतंक’ जैसी गढ़ी गई अवधारणाएं केवल राजनीतिक लाभ और हिंदू समाज को कलंकित करने के लिए पैदा की गई थीं। आज न्यायपालिका ने इन झूठों की नींव हिला दी है।”
उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से सार्वजनिक माफ़ी की मांग करते हुए कहा कि “दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं ने जानबूझकर ऐसी भाषा का प्रयोग किया जिससे राष्ट्रवादी संगठन और देश के धर्मनिष्ठ नागरिकों की छवि को नुकसान पहुंचाया गया।”
उन्होंने यह भी कहा कि आज का निर्णय केवल न्याय की जीत नहीं है, बल्कि यह उन सभी प्रयासों पर करारा तमाचा है जो राष्ट्रधर्म और हिंदुत्व को आतंक से जोड़ने के लिए रचे गए थे।
भारतीय जनता पार्टी इसे सत्य की जीत और साजिश की हार मानती है। मल्होत्रा ने कहा कि पार्टी इस मुद्दे को देश की जनता के सामने ले जाएगी ताकि कांग्रेस की असली सोच उजागर हो सके।


