जैन समाज द्वारा विन्यांजली सभा श्री दिगम्बर जैन मंदिर जी में की गई…
जिन शासन के सूर्य, युग शिरोमणि, आचार्य कुंदकुंद के लघुनंदन, छोटे बाबा परम पूज्य आचार्य भगवन 108 श्री विद्यासागर जी महा मुनि राज का उत्कृष्ठ सल्लेखना पूर्वक समाधि मरण होने पर चंडीगढ़ जैन समाज द्वारा विन्यांजली सभा श्री दिगम्बर जैन मंदिर जी में की गई मंदिर में णमोकार महामंत्र पाठ के पश्चात श्रद्धालुओं ने अपनी विन्यांजली समर्पित की ऐसे महान आचार्य जिनके त्यागों की सूची अगर बनाए तो पूरी दुनिया के कागज कम पड़ जाए ऐसे महान तपस्वी संत का देवलोक गमन हो जाना निश्चय ही संपूर्ण जैन समाज ही नहीं अपितु समस्त जगत के लिए बहुत बड़ी हानि है आचार्य श्री के आहारचर्या में मुख्य त्याग आजीवन चीनी का त्याग, नमक का त्याग, चटाई का त्याग, हरी सब्जी का त्याग, सभी फलों का त्याग, अंग्रेजी औषधि का त्याग, दही का त्याग, सूखे मेवे का त्याग, एक करवट में आजीवन सोना और सीमित अंजुलि जल, अजीवन घी तेल का त्याग सभी प्रकार के भौतिक साधनों का त्याग ऐसे महान संत जो सभी धर्मों में पूजनीय रहे पूरे भारत में ऐसे आचार्य जिनका पूरा परिवार संयम की डगर पर चलकर मोक्ष मार्ग की और अग्रसर हैं
इस विन्यांजली सभा में जैन समाज एवं ट्राईसिटी चंडीगढ़ के लगभग सभी श्रावकों ने यहां विन्यांजली समर्पित की इस अवसर पर कमेटी सदस्य श्री दामोदर दास जैन, श्री संत कुमार जैन, श्री शांत कुमार जैन, श्री राजा बहादुर सिंह जैन एडवोकेट, श्री हंस कुमार जैन, श्री धर्म बहादुर जैन, श्री करुण जैन, श्री आदर्श जैन एडवोकेट, श्री रमेश कुमार जैन, श्री कैलाश चंद जैन, श्री अजय कुमार जैन, श्री आर०पी जैन, श्री राजेंद्र प्रसाद जैन तथा समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।