जैन मुनियों ने किया दीपावली के दिव्य अनशन (उपवास)….

तीर्थक्षेत्र गिरनार जी प्रकरण को शांतिपूर्ण तरीके से हल निकलने लिए किया चंडीगढ़ दिगम्बर जैन मंदिर में विराजमान आचार्य श्री सुबलसागर महाराज संसंघ ने किया दीपावली के दिन अनशन (उपवास) ।
श्री 1008 नेमीनाथ भगवान की मोक्ष स्थली अर्थात् जहाँ से नेमीनाथ भगवान मोक्ष पधारे और 72 करोड़ 700 मुनिराज उसी पर्वत से उनके साथ परम धाम मोक्ष को प्राप्त हुए। समस्त जैन समाज के द्वारा यह पर्वत पूजनीय हैं और उसी पर्वत पर भगवान नेमिनाथ के चरण भी अंकित है उनकी पूजा भक्ति कर सभी अपने को धन्य मानते है।
लेकिन कुछ समय से वहाँ जाने वाले भक्तों के लिए उन भगवान के चरणों की पूजा,नमस्कार, वन्दना करने के लिए मना किया जा रहा और उनके द्वारा अभद्र व्यवहार हो रहा है। बात यहाँ तक ही नहीं रही कुछ दिन पहले महेश गिरी द्वारा हमारे जैन गुरू महाराज के यहाँ आने पर उनका सिर अलग कर देने की धमकी दी गई और जैन समाज के लोगों को यहाँ आने के लिए मना किया जा रहा है।
हम जैन समाज के लोग अहिंसा के पुजारी है। सब काम शांति से हो जाएं यही अपील करते है भारत सरकार से । हम कुछ नहीं चाहते बस हम जैन समाज को अपने भगवान की पूजा भक्ति आदि करने का निर्वहन अधिकार प्राप्त हो। आज चंडीगढ़ में ही नहीं पुरे देश में जो भी जैन साधु जहाँ जहाँ विराजमान है सभी साधुओं ने अनशन अपवास किया है । यह जानकारी बाल ब्र. गुंजा दीदी एवं श्री धर्म बहादुर जैन जी ने दी ।