बसों को तरस रहा पंचकूला का बस अड्डा:हरकेश शर्मा…
हरियाणा की मिनी राजधानी के रूप में पहचान बनाने वाला पंचकूला आज भी विकास के लिए तरस रहा है। यहां हुए विकास में सरकार से अधिक योगदान निजी कंपनियों तथा बिल्डरों का है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरकेश शर्मा ने हलके का दौरा करने के बाद कहा कि वह एक-एक करके हलके के लोगों की समस्याओं को उठाएंगे।
हरकेश शर्मा ने कहा कि पिछले नौ वर्षों के दौरान खट्टर व दुष्यंत की जोड़ी यहां के लोगों को परिवहन सुविधा प्रदान करने में बुरी तरह से फेल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में सभी विभागों के दफ्तरों का मुख्यालय चल रहा है। इसके बावजूद रेवाड़ी, नारनौल, गुरुग्राम, पलवल, नूंह, पानीपत, सोनीपत, झज्जर आदि जिलों से आने वाले लोगों को या तो पंजाब के जीरकपुर में उतरना पड़ता है या फिर चंडीगढ़ बस अड्डे से दूसरी बस बदलकर यहां आना पड़ता है। पंचकूला ने उक्त शहरों के लिए नियमित व सीधी बस सेवा आजतक शुरू नहीं हो सकी है।
पंचकूला बस अड्डे पर छात्रों से बातचीत करने के बाद कांग्रेसी नेता ने बताया कि एक तरफ मनोहर सरकार छात्राओं के लिए मुफ्त बस सेवा और विद्यार्थियों के लिए पास सुविधा जारी करने का दावा कर रही है लेकिन दूसरी तरफ हालात यह हैं कि जिन स्कूल व कालेजों के विद्यार्थियों ने बस पास बनवा रखे हैं उन्हें बसों में चढ़ाया ही नहीं जाता है। विद्यार्थी आए दिन बसों के पीछे दौड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि शाम पांच बजे के बाद पंचकूला का बस अड्डूा सूना हो जाता है। यात्रियों को बस लेने के लिए निजी वाहनों से जीरकपुर की तरफ भागना पड़ता है। हरकेश शर्मा ने कहा कि इस समस्या के समाधान हेतु वह जल्द ही इलाके लोगों को एकत्र करके एक महापंचायत का आयोजन करेंगे।


