चितकारा यूनिवर्सिटी ने दी टैली सॉल्यूशंस के संस्थापक, भरत गोयनका को डॉक्टरेट की उपाधि…
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रतीक चितकारा यूनिवर्सिटी ने टैली सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिष्ठित संस्थापक और उपाध्यक्ष श्री भरत गोयनका को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की प्रतिष्ठित मानद उपाधि से सम्मानित किया। टैली सॉल्यूशंस , भारत की अग्रणी बिजनेस मैनेजमेंट साफ्टवेयर प्रदाता कंपनी है। यह उपाधि श्री गोयनका के असाधारण योगदान, परिवर्तनकारी प्रभाव, और प्रौद्योगिकी और व्यवसाय के क्षेत्र में दृढ़ समर्पण को मान्यता देती है।
“भारतीय सॉफ्टवेयर उत्पाद उद्योग के जनक” के रूप में विख्यात और 2011 में नैसकाम द्वारा प्रतिषिठत लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित श्री गोयनका नवाचार और उद्यमशीलता के प्रतीक के रूप में आज जाने जाते हैं। टैली सॉल्यूशंस के संस्थापक के रूप में, 7.2 मिलियन से अधिक वैश्विक उपयोगकर्ता आधार के साथ उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट साफ्टवेयर प्रोडक्ट्स में क्रांति लाने में अग्रणी भूमिका निभाई है श्री गोयनका को मानद डॉक्टरेट की उपाधि चितकारा यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. अशोक के चितकारा और प्रो चांसलर डॉ. मधु चितकारा द्वारा एक भव्य दीक्षांत समारोह के दौरान प्रदान की गई।
श्री गोयनका की यात्रा 1984 में शुरू हुई जब उन्हें अपने पिता से उपहार के रूप में एक आईबीएम पीसी प्राप्त हुआ। इस उपहार ने एक तकनीकी क्रांति को शुरुआत की और जिसने दुनिया भर के लाखों एमएसएमई व्यवसायों को प्रभावित किया है। उसकी खोज ने ‘द एकाउंटेंट’ को जन्म दिया जो कि जटिल कोडिंग से रहित एक क्रांतिकारी एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर,है जो बाद में 1999 में टैली सॉल्यूशंस के रूप में विकसित हुआ। जल्द ही, टैली ईआरपी 9 , दुनिया का पहला समवर्ती बहुभाषी एकाउंटिंग एंड इन्वेंटरी सॉफ्टवेयर बनने जा रहा है जबकि कंपनी की नवीनतम पेशकश टैली प्राइम यूजर्स फ्रेंडली इंटरफेस तकनीक से उद्योग जगत के लिए नए मानकों को तय करती रहेगी। श्री गोयनका के गतिशील नेतृत्व में, टैली सॉल्यूशंस एसएमई से लेकर बड़े व्यवसायी मैनेजमेंट तक सभी आकार और प्रकार के उद्यमों को सेवा प्रदान करता है।
मानद उपाधि प्राप्त करते हुए, श्री भरत गोयनका ने कहा, ” चितकारा जैसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से साहित्य की मानद डॉक्टरेट की उपाधि लेते हुए मैं वास्तव में विनम्र और सम्मानित महसूस कर रहा हूँ। मुझे टैली की कहानी का हिस्सा बनने और इसकी सफलता का हिस्सा बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह भी मेरे लिए परम सौभाग्य की बात है कि मुझे चितकारा यूनिवर्सिटी के सम्मानित संकाय सदस्यों और मेधावी छात्रों के साथ बातचीत करने का मौका मिला।
चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब के चांसलर डॉ. अशोक के चितकारा ने कहा, भरत गोयनका की एक अग्रणी और नवप्रवर्तक विरासत भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। इसके अलावा वे हमारे देश और दुनिया के लिए , उज्जवल और और इनोवेटिव होने लिए मार्ग प्रशस्त करेगा । भारतीय सॉफ्टवेयर उत्पाद उद्योग, तकनीकी नवाचार और में जबरदस्त योगदान व उद्यमशीलता नेतृत्व. के लिए चितकारा यूनिवर्सिटी श्री भरत गोयनका को हार्दिक धन्यवाद देता है और उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित करता है।
पंजाब के चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डॉ. मधु चितकारा ने सॉफ्टवेयर उत्पाद उद्योग में श्री गोयनका के असाधारण योगदान की सराहना करने के साथ तकनीकी नवाचार और उद्यमशीलता नेतृत्व उनके गहरे प्रभाव पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि गोयनका की इऩोवेशन के प्रति की निरंतर खोज ने प्रौद्योगिकी में क्रांति ला दी है। हम उनकी भावना का सम्मान करते हैं और आशा करते हैं कि उनकी विरासत अनगिनत पथप्रदर्शकों को भविष्य में प्रेरित करेगी श्री गोयनका के उत्कृष्ट योगदान ने उन्हें प्रतिष्ठित पद्म सहित कई पुरस्कार मिले हैं। पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान, है जिसके जरिए व्यापार और उद्योग पर उनके उत्कृष्ट प्रभाव को स्वीकार किया गया। उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल प्रौद्योगिकी उद्योग को बदल दिया है बल्कि अनगिनत लोगों को उनके व्यवसायों को फलने-फूलने के लिए सशक्त भी बनाया है।


