हस्पताल कर्मियों इकट्ठे होकर किसानों को समर्थन देते हुए व अपनी मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया….

कृषि कानूनों को वापिस करवाने के लिए आंदोलनरत किसानों के समर्थन में स्वास्थ्य कर्मियों ने रोष मार्च निकाला। मार्च के बाद कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंकने का कार्यक्रम था। लेकिन पुलिस ने आकर कर्मचारियों से जबरदस्ती प्रधानमंत्री का पुतला छीन दो कर्मचारी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। किसान आंदोलन के साथ एकजुटता दिखाते हुए स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन जिला इकाई पंचकूला के आह्वान पर प्रधानमंत्री का पुतला दहन का कार्यक्रम था। स्वास्थ्य कर्मियों ने रोष प्रदर्शन करते हुए शालीमार चौक पर पुतला दहन करना था।
लेकिन सीटू नेता अमरनाथ वर्मा और सकसं के जिला सचिव विजय पाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद कर्मचारी सीटू की जिला प्रधान रमा की अध्यक्षता में सेक्टर 5 के थाने में पहुंचे और प्रदर्शन किया। उसके बाद कर्मचारी नेताओं को रिहा कर दिया गया।
रमा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन के चलते पहले कृषि से संबंधित तीन अध्यादेश पारित किए गए। उसके बाद राज्यसभा में बहुमत ना होते हुए भी ध्वनिमत से अध्यादेशों को राज्यसभा में पास करवा लिया जो इस देश के अन्नदाता के साथ घोर अन्याय है। ये काले कानून देश के पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं।
रमा ने कहा कि इस तरह की तानाशाही से ये आंदोलन रुकने की बजाय और ज्यादा तेज होगा। जब किसान शांतीपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठाना चाहता है तो उसे बैरिकेड लगाकर सड़कों पर रोका गया है। इस प्रदर्शन के माध्यम से हम मांग करते हैं कि कृषि विरोधी तीनों काले कानूनों को तुरंत वापिस लिया जाए। जब तक किसानों का आंदोलन चलेगा मजदूर और कर्मचारी इस आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा।प्रदीप तिवारी स्वराज इंडिया ने कहा कि यह कानून किसानों के साथ आम जनता को भी नुकसानदायक है।
इसके साथ ही सतीश, जगत, जगदीश, प्रदीप तिवारी स्वराज इंडिया, मंजू कुमार व मुकेश, शेखर, अक्षय ने भी कर्मचारियों को संबोधित किया।
जारीकर्ता
रमा
जिला प्रधान
स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन, जिला पंचकूला