एम एल कौसर सभागार में एक विशेष नृत्य संध्या का आयोजन….
प्राचीन कला केंद्र द्वारा हर माह आयोजित की जाने वाली मासिक लड़ी परंपरा में केंद्र में नृत्य की शिक्षा प्राप्त कर रहे कलाकारों द्वारा आज यहाँ केंद्र के एम एल कौसर सभागार में एक विशेष नृत्य संध्या का आयोजन सायं 4:30 बजे से किया गया। जिस में गुरु ब्रजमोहन गंगानी के निर्देशन में नृत्य की शिक्षा प्राप्त कर रहे शिष्यों द्वारा कत्थक नृत्य की विभिन्न प्रस्तुतियां पेश की गयीं। इस कार्यक्रम में लगभग 25 बच्चों के भाग लिया।
प्राचीन कला केंद्र ने इस मासिक कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों के बहुपक्षीय विकास , मंच प्रदर्शन और व्यक्तित्व को निखारने और एक नयी दिशा में विकसित करने हेतु शुरू किया गया था । आज के कार्यक्रम में कलाकारों ने खूबसूरत प्रस्तुतियां पेश करके दर्शकों की तालियां बटोरी।
आज के कार्यक्रम की शुरुआत गुरु वंदना से हुई जिस में छोटे बच्चों ने भाग लिया । जिस में उन्होंने कत्थक नृत्य के माध्यम से प्रस्तुति पेश की। इस के बाद बड़े बच्चों द्वारा शुद्ध कत्थक नृत्य में निबद्ध आमद , परन , गत जोड़ , झाले इत्यादि का खूबसूरत प्रदर्शन किया गया
इसके बाद बड़े बच्चों द्वारा धमार ताल तथा पंचम सवारी पर आधारित नृत्य पेश किया गया
केंद्र के इस प्रयास से विद्यार्थी न केवल मंच प्रदर्शन करके अपनी कला को आत्मविश्वास के साथ बखूबी प्रस्तुत कर रहे हैं बल्कि भारत के प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को समृद्धि दिलाने में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करके केंद्र की भूमिका अहम है।


