नशा-मुक्त भारत अभियान सरकारी आदर्श उच्च विद्यालय, सैक्टर 40-ए, चण्डीगढ़ में कार्यक्रम आयोजित किया….
नशा-मुक्त भारत अभियान में श्री अनूप सरीन, समाजसेवी एवं संस्थापक, भारतीय सांस्कृतिक ज्ञान ने भारतीय सांस्कृतिक ज्ञान की ओर से आज सरकारी आदर्श उच्च विद्यालय, सैक्टर 40-ए, चण्डीगढ़ में कार्यक्रम आयोजित किया। उन्होंने बताया कि यदि कोई नशीली दवाओं के सेवन के लिए बाध्य करता है तो उसको सख्ती से मना करना चाहिए और अध्यापक या परिजनों को तुरंत सूचित करना चाहिए।
बतौर मुख्य अतिथि, श्री राजिन्दर सिंह, आई.पी.एस. पूर्व डी.जी.पी. ने बताया कि युवा किसी भी राष्ट्र की ऊर्जा होते हैं तथा युवाओं की शक्ति का समाज एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। नशीली दवाओं के सेवन से बचने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि लोग नशीली दवाओं के खतरों के बारे में जागरूक हों और स्वस्थ जीवन जीने के लिए विकल्प चुनें। इसमें नियमित व्यायाम करना, स्वस्थ भोजन खाना, पर्याप्त नींद लेना और तनाव का प्रबंधन करना शामिल है। उन्होंने सभी से प्रण करवाया कि वे किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहेंगें। श्री राजिन्दर सिंह जी ने बच्चों को जीवन में अनुशासन के महत्व के बारे में बताया और प्रेरित किया।
इस अवसर पर डा. आशु वर्मा, वरिष्ठ चिकित्सक, परिवार कल्याण विभाग, चण्डीगढ़ ने बच्चों को नशा से बचने का बहुत सुन्दर संदेश दिया। नशीली दवाओं का सेवन एक गंभीर समस्या है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। यह न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह उनके परिवारों और समुदायों के लिए भी विनाशकारी हो सकता है।
इस अवसर पर श्री आर.आर.पासी, प्रभारी, पतंजलि योग समिति, चण्डीगढ़ ने नशा मुक्त होने के लिए योग अपनाने के लिए प्रेरित किया। श्री प्रवीण मेहता जी, मुख्य प्राध्यापक ने आये हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
सभी बच्चे,बच्चियों ने नशे के खिलाफ स्लोगन पट्टियों को लहराया और “नशामुक्त भारत” बनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर डा. देविन्दर पाल सहगल; श्रीमती एवं श्री आर.आर.पासी; अशोक शर्मा; अशोक कुमार मित्रा; हरेन्द्र सिन्हा, विशव गुप्ता; नरेश गोयल; यशपाल; विरेंदर कौर, सज्जो यादव; राजेश कुमारी; कौशल शर्मा; कमलेश शर्मा एवं अतुल कपूर की प्रेरणादायक उपस्थिति रही।


