चंडीगढ़ में साइबर सुरक्षा और एआई नवाचार केंद्र के रूप में उभरने की अपार संभावनाएं….
चंडीगढ़ । पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित साइबर सुरक्षा तथा एआई सम्मेलन में ट्राईसिटी के 300 से अधिक उद्योगपतियों, शिक्षा जगत, स्टार्टअप, प्रोफेशनल तथा सरकारी प्रतिनिधियों ने भाग लेकर साइबर सुरक्षा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में उभरती चुनौतियों और नवाचारों पर चर्चा की।
इस अवसर पर भारत सरकार के कारपोरेट मामले मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक विनोद शर्मा ने एक वीडियो संबोधन के माध्यम से डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में कॉर्पोरेट प्रशासन के बढ़ते महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ती निर्भरता के साथ-साथ कॉर्पोरेट संस्थाओं में साइबर अनुपालन और डेटा अखंडता को प्राथमिकता देना भी आवश्यक है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया के निदेशक शैलेंद्र त्यागी ने डीप-टेक स्टार्ट-अप्स को पोषित करने में एसटीपीआई की भूमिका के बारे में बताया।
चंडीगढ़ प्रशासन के उद्योग विभाग के निदेशक पवित्र सिंह ने डिजिटल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने जोर देकर कहा कि चंडीगढ़ में साइबर सुरक्षा और एआई नवाचार के केंद्र के रूप में उभरने की अपार संभावनाएं हैं और उन्होंने उद्योग एवं शिक्षा जगत के साथ, विशेष रूप से एमएसएमई और स्टार्ट-अप्स को सशक्त बनाने के लिए, गहन सहयोग में रुचि व्यक्त की।
नेटफ्लिक्स की प्रशंसित श्रृंखला जामताड़ा के निर्माता मनीष त्रेहान ने एक रचनात्मक उद्योग परिप्रेक्ष्य जोड़ते हुए, साइबर जागरूकता बढ़ाने में कहानी कहने की शक्ति पर ज़ोर दिया। गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक भारती सूद ने उभरती प्रौद्योगिकियों पर संवाद को बढ़ावा देने के लिए चैंबर की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
साइबर स्पंक्स और साइबर अकादमी के संस्थापक तरुण मल्होत्रा ने इस बात पर ज़ोर दिया कि साइबर सुरक्षा और एआई भारत के डिजिटल विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के सीईओ डॉ.अनिरुद्ध गुप्ता ने जमीनी स्तर पर साइबर जागरूकता पर ज़ोर दिया।



