ताइवान शहर के ताइपे शहर में आयोजित हुई वर्ल्ड मास्टर गेम्स…
प्रतियोगिता मे विजेता बन के वापिस लौटी ट्राई सिटी पंचकूला में रहने वाली एथलीट जसलीन ने संवाददाता से चर्चा करते हुए कहा कि ताइपे शहर में आयोजित इस प्रतिस्पर्धा में 25 हज़ार से ज्यादा एथलेटिक्स ने 23319 मेडल के लिए 108 देशों के लोगों ने हिस्सा लिया था। भारत के अलग-अलग हिस्से के 150 प्रतिभागी इसमें शामिल हुए थे, गेम में हिस्सा लेकर वापस लौटी पंचकूला निवासी एथलेट जसलीन ने अपना तजुर्बा बयान किया कि ओपनिंग सेरिमनी के लिए ताईपे डोम मे बहुत शानदार आयोजन किया गया था। पुलिस और सिक्योरिटी का बहुत बढ़िया इंतजाम था और लगभग 30 हज़ार से ज्यादा लोगों ने उस सेरेमनी में हिस्सा लिया था। खेल के बाबत बोलते हुए कहा कि विभिन्न कुल 35 स्पोर्ट्स प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी, जिसमें अलग-अलग देशों के लोगों ने हिस्सा लेकर मैडल पर अपना हक जताया। चर्चा मे कहा कि उसने भी तीन मेडल हासिल करके देश का नाम रोशन किया। एक गोल्ड और दो ब्रोज़ 100मीटर हर्डल, 400मीटर एंड 4×100 मीटर रिले मैं जीत हासिल की। इसमें उनके परिवार के लोगों ने भरपूर मदद की, उनके पति पूरे समय उनके साथ ही रहे, हालांकि वह 2 साल से प्रेक्टिस से बाहर थी और वजन प्रतियोगिता के हिसाब से ज्यादा था, कम करने के लिए लगातार सात दिन तक डाइट केवल पानी के सहारे गुजारा किया। लगातार 2 महीने तक मीठा,नमकीन और तला-भुना छोड़ कर रखा, अपने कोच जुल्फिकार तथा अपने दोस्तों रूबल,बलबीर कौर व मयंक तथा अपने स्टाफ का विशेष आभार प्रकट करते हुए बोला कि इन्होंने मेरी बहुत मदद की मुझे मोटीवेट किया,
काबिले जिक्र है कि जसलीन एक निजी कंपनी में कार्यरत है उनका मानना है कि यदि प्रैक्टिस कर रही होती तो शायद ज्यादा मैडल हासिल किया जा सकते थे। पर चलो कोई बात नहीं वह अपने इस प्रदर्शन से खुश हैं और उनका विचार है कि सन 2027 मे जापान के कांसास शहर मे होने वाली स्पर्धा मे वह इससे बेहतर करने की उम्मीद रखती हैं।


