एनआईआईएफटी मोहाली का “सुव्यान ’25” शुरू, टेक्सटाइल डिज़ाइन स्टूडेंट्स ने शोकेस किए अपने क्रिएशन…
Chandigarh, 28 मई, 2025: सुव्यान ’25, नॉर्दर्न इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईआईएफटी), मोहाली के टेक्सटाइल डिज़ाइन डिपार्टमेंट (बैच 2022-2025) का ग्रेजुएशन शोकेस, गवर्नमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी, चंडीगढ़ में शुरू हुआ। एनआईआईएफटी द्वारा गर्वनमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी, चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित की जा रही यह प्रदर्शनी 28 मई से 30 मई, 2025 तक सुबह 11:30 बजे से शाम 7:00 बजे तक आयोजित की जा रही है।
इस मौके पर श्री कमल किशोर यादव, आईएएस, प्रशासनिक सचिव, इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स, पंजाब और चेयरमैन, एनआईआईएफटी ने एक व्यक्तव्य में कहा कि “डिजाइन एजुकेशन में एक्सीलेंस के लिए एनआईआईएफटी की प्रतिबद्धता इन कलेक्शंस की गहराई और इनोवेशन में स्पष्ट है। सुव्यान ’25 इंडियन टेक्सटाइल डिजाइन के भविष्य का प्रतीक है, जो विरासत को आधुनिकता के साथ जोड़ता है।”
इस बीच श्रीमती सुरभि मलिक, आईएएस, डायरेक्टर, इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स, मैनेजिंग डायरेक्टर, पीएसआईईसी और डायरेक्टर जनरल, एनआईआईएफटी, ने सुव्यान 25 का उद्घाटन किया ।
उन्होंने कहा कि “युवा प्रतिभाओं की एकेडमिक इनसाइट को सार्थक, मार्केट के लिए तैयार डिजाइन में बदलते देखना उत्साहजनक है। सुव्यान एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां क्रिएटिविटी उद्देश्य से मिलती है, और मुझे इन उभरते डिजाइनरों का समर्थन करने में खुशी हो रही है।”
सुव्यान 25 शोकेस में ब्लैकबेरी, वर्धमान, शेड्स ऑफ इंडिया, श्री, गंगा एक्रोवूल, नाहर फैब्रिक्स, टिसेज रग्स और ट्राइबर्ग जैसे शीर्ष कपड़ा और फैशन हाउस के साथ अपने 5 महीने के इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के दौरान स्टूडेंट्स द्वारा डेवलप किए गए कलेक्शंस शामिल हैं। कलेक्शंस में शामिल अपेरल्स और होम फर्निशिंग्स तक फैले हुए हैं और इसके साथ ही इसमें शामिल इनोवेशन, अलग अलग मैटीरियल्स के साथ नए नए प्रयोग और कल्चरल स्टोरीटेलिंग के मिक्स को दर्शाते हैं।
डॉ.कनु थिंड, पीसीएस, डायरेक्टर, एनआईआईएफटी ने कहा कि “यह शोकेस डिजाइन एजुकेशन का एक पॉवरफुल स्टेटमेंट है जो इसकी खूबसूरती और फंक्शनल एक्सीलेंस, यानि दोनों को काफी अधिक महत्व देता है।”
सरदार रमनदीप सिंह, रजिस्ट्रार, एनआईआईएफटी ने कहा कि, “सुव्यान ’25 एकेडमिक मजबूती और क्रिएटिव अनुशासन को दर्शाता है जो एनआईआईएफटी अपने छात्रों में पैदा करता है। यह प्लेटफॉर्म उन्हें टेक्सटाइल और डिजाइन की प्रोफेशनल वर्ल्ड में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने में सक्षम बनाता है।”
डॉ. सिमरिता सिंह, प्रिंसिपल, एनआईआईएफटी ने कहा कि “सुव्यान ’25 हमारे स्टूडेंट्स की क्रिएटिव जर्नी का शानदार फेस्टिवल है। यह डिजाइन इंडस्ट्री में सार्थक योगदान देने के लिए उनकी ग्रोथ और रेडीनेस को दर्शाता है।”
इस पूरे आयोजन का मार्गदर्शन डॉ. श्वेता शर्मा, को-ऑर्डिनेटर, सुव्यान और विभाग प्रमुख, टेक्सटाइल डिजाइन, और डॉ. मीता गावरी , विभाग प्रमुख, फैशन मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट द्वारा किया जा रहा है, जिनके मार्गदर्शन ने स्टूडेंट्स के इंडस्ट्री-संबंधित डिजाइन विजन को आकार देने में मदद की।
टेक्सटाइल डिज़ाइन विभाग की प्रमुख डॉ. श्वेता शर्मा ने इस मौके पर कहा कि प्रत्येक कलेक्शन जुनून, अनुशासन और स्टोरीटेलिंग का एक्सप्रेशन है। सुव्यान ’25 इन उभरते डिजाइनरों के लिए टेक्सटाइल इंडस्ट्री में कदम रखने के लिए एक वाइब्रेंट प्लेटफॉर्म के तौर पर मौजूद है।”
सुश्री ईशा कंबोज, एचसीएस, डायरेक्टर, गर्वनमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी, भी मौजूद थीं।
प्रतिष्ठित उद्योग विशेषज्ञों की एक जूरी ने विभिन्न श्रेणियों में छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए: ‘सर्वश्रेष्ठ डिजाइन प्रोजेक्ट’ का पुरस्कार श्रेया को दिया गया, ‘सबसे अधिक वाणिज्यिक संग्रह’ का पुरस्कार शोबिता और अस्मिता को मिला तथा ‘जूरी विशेष पुरस्कार’ निपुण और इशिका को मिला।जाने माने इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की एक ज्यूरी ने निम्नलिखित दो कैटेगरीज में अवॉर्ड्स प्रदान किए:
क्रिएटिव कलेक्शंस की एक झलक
• अस्मिता (ब्लैकबेरीज़ इंडस्ट्रीज, दिल्ली): प्रिंट के माध्यम से सस्टेनेबल स्टोरीटेलिंग पर केंद्रित, उनकी थीम में ढाबला प्रांत (आदिवासी और फ्रेंच वॉलपेपर फ्यूजन) और शिओ कुसाका विद किंटसुगी शामिल हैं, जो खामियों और जापानी मिट्टी के बर्तनों के सौंदर्यशास्त्र का जश्न मनाती हैं।
• अर्शप्रीत (वर्धमान प्राइवेट लिमिटेड, बद्दी): मिस्टिक मोज़ेक, प्लैनेट आर्केडिया और बोहेमियन बाज़ार के ज़रिए फ्चूयरिस्टिक और कल्चरल नैरेटिव्स की खोज की – ऐसे कलेक्शन जो सेक्रेड ज्योमेट्री, रेगिस्तान की खूबसूरती और ग्लोबल क्रॉफ्टस को मिलाते हैं।
• इशिका (शेड्स ऑफ़ इंडिया, नोएडा): तंतु कला (जूट और धागे की कला), दलिमा (अनार से प्रेरित कढ़ाई), और मेटालिया (पारंपरिक ज़री का उपयोग करके मेटालिक ओरनामेंटेशन) प्रस्तुत की।
• कृति (श्री लाइफ़स्टाइल, नई दिल्ली): थीम में कोरलीन (मैरीन एलीमेंट्स), गोंड कला (आदिवासी भारतीय रूपांकन) और पर्यावरण के प्रति जागरूक फैशन को बढ़ावा देने के लिए बेकार कपड़े का उपयोग करके एक सस्टेनेबिलिटी कलेक्शन शामिल था।
• निपुण (गंगा एक्रोवूल्स, लुधियाना): सीबड्स (महासागर की शांति), अमोरा (हैंडमेड अफेक्शन), और टैक्टाइल टेरेन (लेयर्ड प्राकृतिक परिदृश्य) पेश किए, जिसमें कोमलता और स्ट्रक्चर का कॉम्बीनेशन किया गया।
• निशा (नाहर फैब्रिक्स, लालड़ू): स्ट्रिप्ड ब्लूमस्केप (लाइनर फ्लोरल्स), बायो फेड (माइक्रो-एलगी से प्रेरित सस्टेनेबिलिटी), और कंट्रास्ट और न्यूनतावाद पर केंद्रित एक बोल्ड ब्लैक एंड व्हाइट पैचवर्क के साथ खूबसूरत कलेक्शन बनाया।
• इशिका (टिसेज रग्स, जयपुर): स्ट्रिया (नेचुरल और आर्किटेक्चरल लाइंस), वर्सेल्स (बैरोक वैभव), और रंगरार (वैश्विक गलीचा बाजार के लिए मिट्टी के आदिवासी रूपांकनों) का विकास किया।
• श्रेया (ट्राइबर्ग, नई दिल्ली): बाउरी (पारंपरिक बावड़ियों से प्रेरित ब्लॉक प्रिंट), फ्लोरे (शिफली कढ़ाई) और ड्रिफ्ट (एयरोपोस्टेल के लिए पुरुषों के बोल्ड समर प्रिंट) डिज़ाइन किए गए।


