स्थानीय निकायों में महिला आरक्षण के सूत्रधार थे राजीव गांधी: कांग्रेस…
आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर चण्डीगढ़ महिला कांग्रेस ने यहां कांग्रेस भवन में “नारी न्याय सम्मान समारोह” का आयोजन किया, जिसमें समाज के सभी वर्गों से सम्बंधित महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। इस कार्यक्रम में राजीव गांधी द्वारा किए गए सबसे मुख्य कार्य “पंचायती राज संस्थाओं के संवैधानिकरण” पर एक परिचर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें मुख्य रूप से महिलाओं को राजनीतिक भागीदारी के अवसर प्रदान करने और उन्हें मुख्यधारा में शामिल करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
महिला कांग्रेस चंडीगढ़ की अध्यक्ष नंदिता हुड्डा ने कहा कि इस बात को हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री ने 1986 से ही भारत की विकास गाथा में हम महिलाओं और युवाओं की भागीदारी की बात को उठाना शुरू किया और उन्हीं के प्रयासों का परिणाम है कि हमारे स्थानीय निकायों के चुनाव में ऐसी आधी सीटें आरक्षित रखी गई है, जहां से केवल महिलाएं ही चुनाव लड़ सकती है। महिलाओं को प्रतिनिधित्व प्रदान करने के लिए ये देश में लिया गया एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसे सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश के सामने रखा और भाजपा जैसी विरोधी पार्टियों के विरोध के बावजूद इसे संविधान संशोधन के रूप में संसद में पास करवाया। स्थानीय निकायों में महिलाओं को मिले आरक्षण के कारण देश भर में लाखों महिलाएं घरों से बाहर निकल कर देश और समाज के निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहीं हैं.
नंदिता हुडा ने कहा कि आज जो हम नारियों के लिए न्याय, सम्मान और उन्हें समान अवसर प्रदान करने की बात कर पा रहे हैं इसके पीछे भी कांग्रेस पार्टी की लंबी लड़ाई है।
उन्होंने कहा कि आज महिला कांग्रेस की हजारों कार्यकर्ता दिल्ली की सड़को पर संसद और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटों को आरक्षित करने के लिए संघर्षरत हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि वो दिन दूर नही जब महिलाओं को एक तिहाई राजनीतिक प्रतिनिधित्व सरकारों को देना पड़ेगा।
इस अवसर पर अन्यों के अलावा पूर्व मेयर कमलेश बनारसी दास एवं शीला फूल सिंह, पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष अनीता शर्मा, ममता राय, सोनिया और ओमलता ने भी अपने विचार रखे.
राजीव शर्मा, मुख्य प्रवक्ता, चण्डीगढ़ कांग्रेस. 9417745247