धर्म प्रभावना पंच कल्याणक महोत्सव – आचार्य श्री 108 सुबल सागर जी महाराज
चडीगढ़ दिगम्बर जैन मंदिर सेक्टर 27बी में आचार्य श्री सुबलसागर जी महाराज ससंघ सान्निध्य में होने जा रही धर्म की अपूर्व प्रभावना अर्थात् श्रीमद पंचकल्याण महामहोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ सौभाग्य ही नहीं परम महा सौभाग्य का पल हम सभी को देखने मिलेगा | प्रत्यक्ष ही 27-11-2023 से 02-12-2023 तक होने जा रहा है एक पत्थर से भगवन बनने की यात्रा । इस क्रिया विधि में सर्व प्रथम मुख्य पंडित जी के सानिध्य और आचार्य श्री के मंगल आशीर्वाद से भगवान जी से आज्ञा लेकर और मंदिर जी की रक्षक देवी देवताओं से धर्म प्रभावना में सहायक हो ये आदेश दिया आचार्य श्री कहा कि हे प्रिय भव्य आत्माओं ! भगवान की पूजा, भक्ति, आराधना आदि करने के लिए व्यक्तिओं को तीव्र पुष्य की आवश्यकता होती है क्यों कि पुण्य के उदय में ही पुण्यवान काम करने का सौभाग्य प्राप्त होता पुण्यवान मनुष्यों के लिए इसलिये प्रभु की पूजा, भक्ति करने का अगर हमें सौभाग्य, प्राप्त हो रहा है तो अपने को पुण्यशाली मानना चाहिए। चण्डीगढ़ दिगम्बर जैन समाज का बहुत ही तीव्र अति तीव्र साता का उदय है जिससे परम पूज्य आचार्य श्री सुबल जी महाराज ससंघ का चातुर्मास करने का मौका मिला और एक पाषाण में संस्कार मंत्र का बिजारोपन , कर उन्हें भगवान बनाने का भव्य मौका मिल रहा यही मोक्षमार्ग है |
जहाँ सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान और सम्यग्चारित्र की पूर्णता अर्थात् अनन्तसुखधाम मोक्ष प्राप्त करने का सारी प्रक्रिया सम्पन्न होती है। फिर यहाँ से लौटकर नहीं आना पड़ता है हम जितना स्वाध्याय, ध्यान अध्ययन में अपने को लगाऐ उतनी हमारी परम विशुद्दी बढती जाती है यह विशुद्धि रूप भाव ही पुण्य को बढ़ाने बाले और पुण्य को बढ़ाने बाले और पुण्य से ही हम परम पुण्य अवस्था मोक्ष अरहंत अवस्था को प्राप्त कर लेते है यहाँ सुख शान्ति है किसी भी प्रकार का दुःख नही है ऐसे भगवन की शरण में आकर भक्त भी अपने दुखों को भूल जाता है और अपने अनंत ज्ञान को ज्ञान होता है और दोषों को दूर करते करते गुणों को बढ़ते हुए एक दिन बह सवयं ही गुणवान बन जाता है |