लखीमपुर खीरी की दुखद घटना पर केंद्र सरकार पर भड़के समाजसेवी आलम जीत सिंह मान….
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई दुर्घटना के बाबत प्रसिद्ध समाजसेवी और स्टेट अवार्ड ए आलम जीत सिंह मान ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर रोष जताते हुए कड़े शब्दों में उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। गुस्से और दुख से भरे हुए आलम जीत सिंह मान ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर किसानों की जान लेने का आरोप लगाते हुए कहा, कि वर्तमान सरकार केवल भावनाओं के साथ ही नहीं बल्कि किसानों और मजदूरों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है।
इस सरकार की नीतियों ने देश में तनाव और असुरक्षा उदासी भरा वातावरण पैदा कर दिया है। लोग अपने जान-माल को सुरक्षित नहीं समझ रहा पता नहीं क्यों गरीबों के मसीहा को डंका बजाने वाले हमारे प्रधानमंत्री अमीर कुबेरों की गोद में जा कर बैठे हैं और उनके इशारों पर ही नीतियां और निर्देश बना रहे हैं। किसान जो अन्नदाता कहलाता है वह अगर 1 महीने के लिए तमाम शहरों में दूर सब्जी और अन्न वगैरा की सप्लाई बंद कर दे, अगर घुटनों पर ना आ गई सरकार और सरकारी तंत्र के ज्ञाता तो कर देना जिन लोगों को आतंकवाद उग्रवाद खड़कवादी इत्यादि नामों से संबोधित किया जाता है मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूं आखिर उन्हें देशद्रोही जैसे गंदे शब्दों से क्यों बुला रहे हैं। आखिर ऐसा कौन सा शहद है इन कानूनों में कि जिसको चाटे बिना प्रधानमंत्री जी को चैन नहीं आएगा। सरकारी मंत्रियों और नेताओं को शर्म नहीं आ रही है। इन बेशर्म को पता होना चाहिए कि जिन्हें आतंकवादी देशद्रोही बताया जा रहा है वह किसान इस आंदोलन में 600 से ज्यादा जान गवा चुके हैं, और अब भी एक उज्जवल केंद्रीय राज्य गृहमंत्री का पुत्र दबंग्गीई ना जाने कितने किसानों की जान ले लेता है और पूरा तंत्र दोषी को सजा देने की बजाय उसे बचाने में जुट जाता है। और पीड़ित को आतंकवादी उग्रवादी देशद्रोही जैसे नामों से घोषित करता है। लेकिन एक बात तय शुदा है कि पाप का घड़ा भरता है और अपने कर्मों का हिसाब देकर जाना पड़ता है क्योंकि ऊपर वाले के घर में देर है अंधेर नहीं। उपरोक्त बातें करते हुए एक प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मी के समक्ष बोलते हुए आलम जीत सिंह मान ने कहीं और साथ ही उन्होंने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें अपना स्टैंड बिल्कुल स्पष्ट रखा हुआ है और साथ ही उन्होंने सीएम साहब को अपील की इसी प्रकार पंजाब हित में कार्यरत रहे क्योंकि उनके पास मात्र 3 महीने हैं जिसमें उन्हें अपने आप को लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना है ताकि जनता फिर से उन्हें अपने नेता के रूप में चुन ले।