जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूरों व कर्मचारियों द्वारा सत्याग्रह आंदोलन किया गया
सार्वजनिक विभागों के निजीकरण, श्रम कानूनों पर हमलों, 1983 पीटीआई सहित अन्य कर्मचारियों की छंटनी, कर्मचारियों के भत्तों में कटौतियां आदि जनविरोधी व कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों व अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फ़ैडरेशन के आह्वान पर आज देश बचाओ सत्याग्रह आन्दोलन किया गया। पंचकूला में इस सत्याग्रह आन्दोलन की अध्यक्षता सीटू की जिला प्रधान रमा व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला संगठन सचिव श्रवण कुमार जांगड़ा ने की व संचालन जिला सचिव विजय पाल सिंह ने किया।
मुख्य वक्ता के तौर पर आए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य उपमहासचिव सविता मलिक व सीटू के राज्य सचिव विरेन्द्र सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि मौजूदा सरकार कर्मचारियों, मजदूरों, किसानों व आम जनता पर लगातार हमले कर रही है। कोरोना महामारी की आड़ में जनसेवा के विभागों का निजीकरण किया जा रहा है, श्रम कानूनों को पूंजीपतियों के हकों में बदला जा रहा है, कच्चे कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है, आवश्यक वस्तु अधिनियम से बहुत सी फसलों को बाहर करके किसानों को संकट की ओर धकेला जा रहा है, पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी महंगाई बढ़ा रही है,
कर्मचारियों के भत्तों में कटौतियां की जा रही हैं, सभी संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करके राज की कठपुतली बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं सरकार पर सवाल उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं, विद्यार्थियों व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को युएपीए जैसे काले कानून लगाकर जेलों में डाला जा रहा है। इन कारणों से कर्मचारियों, मजदूरों, किसानों के साथ ही आम जनता का भी जीवन संकट में फंसा हुआ है। जनता के प्रति वर्तमान केंद्र व राज्य सरकारों का रवैया भी वैसा ही है, जैसा आजादी से पहले अंग्रेजों का था। इसलिए आज भारत छोड़ो आंदोलन की 78वीं वर्षगांठ पर देश बचाओ सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य सचिव लीक सिंह व सीटू के जिला सचिव लच्छी राम ने अपने सम्बोधन में कहा कि 1983 पीटीआई समेत हजारों कर्मचारियों को नौकरी से बाहर कर दिया गया है। ऐसे दौर में जब ज्यादा से ज्यादा रोजगार देकर मंदी की मार से निपटना चाहिए उस समय छंटनी करके बेरोजगारी का संकट और अधिक बढ़ाया जा रहा है।
इस दौरान सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित कर सरकार से मांग की गई कि 23 अगस्त को होने वाली पीटीआई की परीक्षा रद्द की जाए व 1983 पीटीआई अध्यापकों की सेवाएं पुन: बहाल की जाएं।
इस अवसर पर कामरेड कर्मचंद, आर. एस. साथी, वंदना, नितिन कुमार, कृष्णा, अमरनाथ वर्मा, राम आसरे, संगीता, जयचंद, नीर कुमार आदि कर्मचारी व मजदूर नेताओं ने संबोधित किया।
जारीकर्ता
विजय पाल सिंह,
जिला सचिव
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला पंचकूला
9466253228


