वागीश्वरी एवं संस्कार भारती द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम ….
चंडीगढ़ ( )वागीश्वरी ए ग्रुप ऑफ़ आर्टहॉलिक्स ने संस्कार भारती के सौजन्य से मिनी टैगोर थिएटर चंडीगढ़ में सांस्कृतिक कार्यक्रम संस्कार भारती के मार्ग दर्शक प्रो सौभाग्य वर्धन की अध्यक्षता किया
सांस्कृतिक कार्यक्रम की जानकारी देते हुए डॉ मंजु चौहान ने बताया की कार्यक्रम का शुभ आरम्भ मुख्यातीथि संस्कार भारती के सौभाग्य वर्धन, शिक्षाविद प्रोफेसर जरनैल सिंह आनंद , डॉ अनीश गर्ग, डॉ उर्मिल सखी और डॉ नीरज सैनी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया जिसने
शहर के जाने माने कवि कवयित्रियां एवम् गायकों ने हिस्सा लिया कार्यक्रम के संचालन के साथ
डॉक्टर मंजू चौहान ने ‘ न पंख से जानो न ही परवाज़ से जानो, तुम आज मुझको बस मेरी आवाज़ से जानो’ से कार्यक्रम का शानदार आगाज़ किया कार्यक्रम की शुरुआत दिया सिंह के गीत तुम ही हो से हुई। के सरीन जी ने और इस दिल में क्या रक्खा है गाकर समा बांध दिया। नवीन देवान ने याद आ रहा है तेरा प्यार इस अंदाज़ में गाया कि लोगों के पैर थिरकने शुरू हो गए। कर्नल बी के शर्मा और नीलम शर्मा की दिल की नज़र से पर प्रस्तुति लाज़वाब रही। एस पी दुग्गल जी ने सब कुछ भुला दिया गाकर दशकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रेखा शर्मा के गीत हम प्यार में जलने वालों को सभी ने बहुत पसंद किया। मनिंदर पाल सिंह, के पी सिंह, राज कुमार खोसला, जयदीप सिंह, शांति स्वरूप, अनुपम गुप्ता, अरुण अरोरा, पंकेश जी, एस पी दुग्गल, अनामिका, अनिरुद्ध सचदेवा, नरेश गौतम, निर्मलजीत सिंह, आर सी दास, राजेंद्र गुप्ता आदि ने अपनी खूबसूरत प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। राजू धीर के गीत की सभी ने भूरि भूरि प्रशंसा की। याशी शर्मा ने नैनों में बदरा छाए गाकर दर्शकों की तालियां लूटी। कामिनी सिंह की कविता मैं प्रेम लिखूं तो तुम वृंदावन समझना बहुत लाजबाव रही। कार्यक्रम के अंत में ग्रुप की संस्थापिका डॉ मंजू चौहान ने सभी को सम्मानित कर धन्यवाद किया।


