35वां ट्रैफिक अवेयरनेस माह: ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक नियमों की बच्चो को दी जानकारी…
चंडीगढ़:-सड़क पर वाहन चलाते समय केवल हेलमेट पहनना ही पर्याप्त नही है। अपितु यह भी जांचना और परखना भी बेहद जरूरी है कि हेलमेट आई एस आई मार्क का है या नही। बल्कि यह रंग बिरंगे होने की जगह सफेद रंग का हो तो बहुत ही अच्छी बात है, जोकि सफेद रंग दूर से ही रिफ्लेक्ट करता है। जागरूकता का यह पाठ चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने चल रहे 35वें सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत जन शिक्षण संस्थान सेक्टर 38 के वोकेशनल कोर्स कर रहे बच्चों को पढ़ाया। ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूकता सत्र को डी एस पी ट्रैफिक जसविंदर सिंह की सुपरविजन में आयोजित किया गया। इस अवसर संस्थान के डायरेक्टर अरविंद सिंघी और ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन रविंदर सिंह बिल्ला, ट्रैफिक पुलिस अधिकारी और कर्मियों सहित संस्थान के प्रशिक्षक व बच्चे उपस्थित थे।
जागरूकता सत्र के दौरान बच्चों को सड़क सुरक्षा नियमों से न केवल अवगत करवाया गया, बल्कि सभी ने भविष्य में इन नियमों का गंभीरता से पालन करने का प्रण भी लिया। ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने बच्चों को वीडियो के माध्यम से बिना सुरक्षा गियर पहने वाहन चलाने से होने वाले जान माल से भी रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि यातायात के नियमों का सभी को पालन करना चाहिए। उन्होंने दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करने, ट्रिपल राइडिग न करने, निर्धारित गति में वाहन चलाने के लिए प्रेरित किया।
ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के चैयरमैन रविंदर सिंह बिल्ला ने बच्चों को बताया कि बिना लाइसेंस के गाड़ी न चलाए और न ही चलाने दें। बाइक चलाते समय हमेशा हेलमेट व कार चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। नशे में किसी को वाहन न चलाने दें। घर में जाकर अपने अभिभावक और पड़ोसियों को भी अपने माध्यम से सुरक्षा के प्रति जागरूक करें। उन्होंने बच्चों को जागरूकता अभियान, यातायात नियम व सड़क दुर्घटना के बारे में समझाया। यातायात के नियमों की पालन करके लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकती है। सभी को मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति सजग होना चाहिए। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने का मतलब है कि आप अपनी जीवन की सुरक्षा के प्रति सजग है।