प्राचीन कला केन्द्र,कलाश्री दिल्ली एवं चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय विशेष सांगीतिक कार्यक्रम विरासत का आयोजन….
प्राचीन कला केन्द्र,कलाश्री दिल्ली एवं चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय विशेष सांगीतिक कार्यक्रम विरासत का आयोजन टैगोर थियेटर में किया जा रहा है । आज यानि 12जनवरी को इस कार्यक्रम के पहले दिन सायं 6 बजे से कार्यक्रम की शुरूआत की गई । इस कार्यक्रम में जानीमानी कत्थक नृत्यांगना कविता ठाकुर के समूूह द्वारा कत्थक नृत्य की प्रस्तुति पेश की गई । उपरांत भरतनाट्यम नृत्य पेश किया तथा उड़ीसी नृत्य पेश किया गया
पारम्परिक द्वीप प्रज्वलन के पश्चात कार्यक्रम की शुरूआत की गई । इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री एस.एस.परमार आईएएस रिटार्यड चीफ सैक्ट्ररी हरियाणा सरकार तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में हरविंदर शर्मा ने शिरकत की। इस अवसर पर केन्द्र के सचिव श्री सजल कौसर,रजिस्ट्रार डॉ.शोभा कौसर तथा डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ.समीरा कौसर भी उपस्थित थे । कार्यक्रम से पहले उस्ताद रशीद खान साहिब को एक मिनट के मौन की श्रद्धांजलि भी दी गयी
इसके उपरांत कुछ विशेष अतिथियों में डॉ.संजय शर्मा,श्री भीमसेन शर्मा,डॉ.सुनील मल्होत्रा तथा डॉ.सौभाग्य वर्धन को सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम की शुरूआत कत्थक नृत्य से की गई । डॉ.कविता ठाकुर के समूह द्वारा ‘‘अनावरत’’ विषय पर आधारित नृत्य पेश किया गया । इस नृत्य रचना में अपनी जड़ों के साथ जुड़े रहने के साथ-साथ बदलते वक्त के साथ चलने की एक कोशिश की गई जिसे नृत्य के माध्यम से पेश किया गया । इस नृत्य में छः कलाकारों ने भाग लिया । योग और नृत्य मन और शरीर का अदभुत मिलन है । कत्थक नृत्य के सारे तत्व इस नृत्य संरचना में देखने को मिले ।
इस खूबसूरत प्रस्तुति के पश्चात सम्राट दत्ता द्वारा भरतनाट्यम नृत्य पेश किया गया जिसमें उन्होंने देवी के विभिन्न रूपों द्वारा जीवन की सभी अवस्थाओं का वर्णन किया जिसमें नृत्य के माध्यम से खूबसूरत प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति में उड़ीसी नृत्य पेश किया गया जिसमें स्वपना रानी सिन्हा ने अपनी दो शिष्याओं के साथ नृत्य पेश किया । इसमें स्वपना ने नवरसों का खूबसूरत चित्रण नृत्य के माध्यम से किया । जिसे दर्शको ने खूब सराहा । इस एकल प्रस्तुति में स्वपना ने विभिन्न रसों का वर्णन किया । इसके उपरांत राधा कृष्ण के शाश्वत प्रेम का वर्णन किया । अनिशा और अनुष्का द्वारा पेश की गई इस प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया । उपरांत अग्नि स्तुति पेश की गई जिसमें राग मलिका से सजी रचना को नृत्य के माध्यम से बखूबी पेश करने में कलाकार सफल रहे ।
कार्यक्रम के अंत में कलाकारों को सम्मानित किया गया । इस अवसर पर कत्थक गुरू डॉ.शोभा कौसर ने कलाकारों को सम्मानित किया ।