चंडीगढ़ के जन सुविधा शौचालयों को RWA के माध्यम से MOU को देते हुए सभी कर्मचारियों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है MOU को तोडवाते हुए DC रेट दिलवाने हेतु दिनांक 20/12/2023 से MC के गेट के सामने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन का ऐलान : एडवोकेट विवेक हंस गरचा…
यू.टी चंडीगढ़ एस.एस फेडरेशन के लीगल एडवाइजर एडवोकेट विवेक हंस गरचा ने कहा कि सभी कर्मचारी म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के जन सुविधा शौचालय में सफाई सेवक के पदों पर ठेकेदारी के तहत कई कई वर्षों से कार्यरत है। सभी कर्मचारी विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। सभी कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं का निवारण के लिए कमिश्नर साहब को कई बार लिखित में यू.टी चंडीगढ़ एस.एस फेडरेशन के चेयरमैन हरबंस सिंह एवम अध्यक्ष रंजीत मिश्रा ने पत्र दिया परन्तु आजतक कोई कार्यवाही नहीं की गई।

एडवोकेट विवेक हंस गरचा ने कर्मचारियों की विभिन्न समस्याए हैं बताई उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के सभी सैक्टरो के जन सुविधा शौचालयों में से 80% शौचालयों को MCC के तहत DC रेट दिया जा रहा है लेकिन लगभग 15 -16 सैक्टरो के शौचालयों को RWA के माध्यम से MOU में दिया गया है जिससे कर्मचारियों को 7000 से 9000 रुपये ही मिल रहा है जिससे हम सभी कर्मचारियों को आर्थिक व मानसिक प्रताड़ित किया जा रहा है। कर्मचारियों के साथ भेदभाव को दूर करते हुए MOU को तोड़ा जाए ताकि सभी कर्मचारियों को भी DC रेट मिल सके जिससे सभी कर्मचारियों का परिवार का पालन पोषण सुचारू रूप से हो सके।
चेयरमैन हरबंस सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ के अन्य विभागों के कर्मचारियों के समान सभी मुलभुत सुविधा दी जाए जैसे कि सप्ताहिक अवकाश एवं गजटेड छुट्टियां और एग्रीमेंट के मुताबिक CL और ESI कार्ड व ID कार्ड, वर्दी, गुड, तेल इत्यादि सभी कर्मचारियों को भी दिया जाए।
अध्यक्ष रंजीत मिश्रा ने कहा कि चंडीगढ़ के सभी शौचालयों में कार्यरत सभी कर्मचारियों से 12 से 16 घंटे कार्य करवाया जा रहा है। उसे 8 घंटे किया जाए और सभी कर्मचारियों की सैलरी हर महीने की 7 तारीख से पहले दिलवाने की कृपा करे और EPF व ESI भी हर महीने समय से जमा कराया जाए।
एडवोकेट विवेक हंस गरचा ने कहा कि उपरोक्त सभी समस्याओं को चंडीगढ़ नगर निगम उच्च अधिकारी जल्द से जल्द निवारण करने की कृपा करें। यदि सभी कर्मचारियों को दिनांक 19/12/2023 तक उपरोक्त सभी समस्याओं का निवारण नहीं किया गया तो सभी कर्मचारी चंडीगढ़ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफिस का गेट घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो जायेंगे और यह धरना प्रदर्शन तब तक चलता रहेगा जब तक उपरोक्त सभी समस्याओं का निवारण नहीं कर दिया जाता और प्रदर्शन के दौरान किसी भी कर्मचारी के साथ किसी भी प्रकार की कोई हानि होती है तो उसकी सारी जिम्मेदारी चंडीगढ़ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन और चंडीगढ़ प्रशाशन की होगी।


