आचार्य श्री 108 सुबल सागर जी महाराज 30.11.2023
चंडीगढ़ जैन समाज के मध्य चल रहे भव्य पंचकल्याणक महोत्सव में आज तप कल्याणक मोत्सव में आज तप कल्याणक के संस्कार सम्पन्न हुए I आचार्य श्री सुबल सागर जी महाराज के द्वारा भगवान अपना राज्य वैभव सम्पदा रानियों और पुत्रो का त्याग कर तप करने के लिए जंगल की तरफ चले गए l इसी अवसर पर आज आचार्य श्री समस्त संघ का पिच्छी परिवर्तन भी हुआ l यह संयम का उपकरण है इसके विना साधु महाराज एक कदम भी आगे नहीं चलते है l सूक्ष्म एवम् छोटे मोटे जीवों की रक्षा के लिए यह कदम सहायक है l गुरु महाराज एक साल के बाद ही इसका परिवर्तन करते है क्यो कि प्रत्येक वस्तु की एक लिमिट होती है इसके बाद इसमें पाया जाने वाला मृदु गुण क्षय को प्राप्त होता है l गुरु महाराज के पास रहने से उनकी समस्त बर्गणाए इसमें भी होती है l

गुरु आचार्य श्री की पिच्छी प्राप्त करने का सौभाग्य चंडीगढ़ समाज के गुरु भक्त श्रीमान धर्म बहादुर जी जैन को प्राप्त हुआ l इसे प्राप्त कर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और हर्ष के आंसू बह पड़े उनकी आंखों उनके पुण्य की खूब खूब अनुमोदना और भगवान भी राज्य वैभव को छोड़कर तप साधना के लिए संयम के मार्ग पर अग्रसर हुए l यह जानकारी बाल ब्र. गुंजा दीदी एवं श्री धर्म बहादुर जैन जी ने दी


