मांगे पूरी न होने पर शिक्षक दिवस पर चंडीगढ़ के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत हजारों शिक्षकों ने मनाया काला दिवस…
ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स चंडीगढ़ ने शिक्षक दिवस को काला दिवस मना कर सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट किया गया, बता दे की चंडीगढ़ कैडर के शिक्षक चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग डेपुटेशन पर दसको से जमे सैंकड़ों शिक्षक और प्रिंसिपल को उनके मूल राज्य में भेजने की मांग कर रहे है और शिक्षकों का कहना है ये शिक्षक नियमों के विपरीत विभाग में जमे हुए है चंडीगढ़ के शिक्षकों मांग है इनके खिलाफ सीबीआई या विजिलेंस जांच हो।
दूसरी और विभाग में लगभग 20 -25 सालों से शिक्षक कॉन्ट्रैक्ट, गेस्ट, एस एस.ए तहत कार्य रहे है इनकी नौकरी की सुरक्षा के लिए चंडीगढ़ प्रशासन और विभाग ने ना तो कोई नीति बनाई ना उस पर कोई ध्यान दिया जा रहा है और आने वाली भर्तियों की वजह से अब इन्हें नौकरी जाने का भय सता रहा है ।
इसके अलावा शिक्षको की अन्य मांगे निम्न है
प्रतिनियुक्ति के विरुद्ध सी.बी.आई./सतर्कता जांच और आगे पद पर बने रहने पर रोक,
सभी संवर्गों के लिए अनुबंध/अतिथि/एसएसए शिक्षकों और नौकरी सुरक्षा नीति का नियमितीकरण और नौकरी छोड़ने वाले एसएसए कर्मचारियों सहित 01/10/2021 से छठे वेतन आयोग का बकाया
,यूटी कैडर और प्रतिनियुक्तिकर्ताओं के बीच भेदभाव को पाटने के लिए आकस्मिक और 1/3 छुट्टियों के लिए विशेष प्रावधान किया जाना चाहिए
,सीआरसी/यूआरसी/रिसोर्स शिक्षकों का वेतन और समय अन्य शिक्षकों के समान किया जाए और ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन अवकाश दियाजाए
तथा सभी शिक्षक और कर्मचारियों को गर्मियों और सर्दियों की छुट्टी के दौरान का वेतन दियाजाए,
दिल्ली पैटर्न के अनुसार एसटीसी शिक्षकों का वेतन बढ़ाना, 2015 बैच के शिक्षकों के लिए सभी वित्तीय लाभ जारी किया जाएगा, केंद्रीय सेवा नियमों के अनुसार सभी लाभ जैसे सीजीएचएस योजना ग्रेड वेतन, एसीपी (10-20-30), एचपीएल / चिकित्सा अवकाश / पूर्व की बहाली तथा उप-प्रधानाचार्य पदों का सृजन,
व्यावसायिक अंशकालिक व्याख्याताओं के लिए पूर्णकालिक और कौशल शिक्षको के लिए कोई साक्षात्कार और प्रतिस्थापन ना हो (प्रशिक्षक 9वीं और 10वीं)
,सेवानिवृत्त लोगों की भर्ती के बजाय सभी यूटी कैडरों की पदोन्नति
,सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करना मुख्य तौर पर उन शिक्षकों का उन जिनका विज्ञापन 2004 से पहले हुआ था और नियुक्ति बाद में, पार्ट टाइम लेक्चरर , काउंसलर्स और कंप्यूटर टीचर्स की छुट्टियों की सैलरी उनको दी जाए,
नए सर्व शिक्षा अभियान के शिक्षकों का वेतन पुराने शिक्षको के तर्ज पर बराबर की जाए,
काउंसलर और कंप्यूटर टीचर का ग्रेड पे फिक्स किया जाए ।
टीचर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के चेयरमैन सविंदर सिंह ने कहा कि इन मांगों को लेकर वे कई बार प्रशासन और विभाग को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन विभाग और प्रशासन ने इन मांगों को लेकर कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया है. केवल शिक्षा विभाग (स्कूलों) में प्रतिनियुक्ति के कारण, नियमित शिक्षक अपनी पूरी शिक्षण सेवा में एक भी पदोन्नति प्राप्त किए बिना सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रतिनियुक्ति की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि यूटी में योग्य शिक्षक मौजूद हैं। इसके अलावा केंद्र के नियम यूटी कर्मचारियों पर लागू होते हैं, लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन ने अपने कर्मचारियों के लिए सीजीएचएस (केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना) लागू नहीं की है। इसलिए शिक्षक दिवस को काले दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स के सचिव और अखिल संविदा कर्मचारी संघ ऑफ इंडिया के महासचिव शिवमूरत यादव ने कहा कि जिस देश और समाज में शिक्षक इस तरह परेशान हैं, वहां सरकार और सरकार हर जगह विकास का दिखावा करना ठीक नहीं है. चंडीगढ़ प्रशासन. उन्होंने कहा कि इन हजारों शिक्षकों की नौकरी की सुरक्षा के लिए जल्द ही एक नीति बनाई जानी चाहिए क्योंकि ये शिक्षक पिछले दो दशकों से शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं और उन्होंने चंडीगढ़ की शिक्षा व्यवस्था को शिखर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शीर्ष पर हैं और उनकी भर्ती प्रक्रिया भी नियमित भर्ती की तरह ही है।
ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स के महासचिव रणबीर राणा ने कहा कि अगर चंडीगढ़ प्रशासन और शिक्षा विभाग ने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो ये सभी स्कूल बंद कर दिए जाएंगे और शिक्षक हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे, एक भी हमारे कॉन्ट्रैक्ट/अतिथि शिक्षक किसी भी भर्ती से प्रभावित नहीं होने चाहिए।
जेएसी संयोजक भाग सिंह कैरों ने कहा कि अब जब चंडीगढ़ में केंद्रीय नियम लागू हो गए हैं तो पंजाब और हरियाणा से केंद्र में प्रतिनियुक्ति के लिए कोई कोटा नहीं है, इसे बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूटी स्कूलों में केंद्रीय नियमों के अनुसार वाइस प्रिंसिपल के पद सृजित किए जाएं।
इस प्रदर्शन में चंडीगढ़ की कई यूनियनों और फेडरेशनों ने हिस्सा लिया और अपना समर्थन जताया, जिनमें मुख्य रूप से संयुक्त कर्मचारी मोर्चा, ऑल कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी संघ भारत, चंडीगढ़ यूटी एसएस फेडरेशन, पावरमैन यूनियन और चंडीगढ़ की कई अन्य यूनियनों ने हिस्सा लिया ।
शिव मूरत, महासचिव
आल कांटरैकचुअल कर्मचारी संघ भारत यूटी चंडीगढ़
मो 769-628-0841