सल्फर मिल्स लिमिटेड ने इमारा, जुड़वाजी और रीप उत्पाद लॉन्च किए…
दुनिया में पहली बार, सल्फर मिल्स लिमिटेड द्वारा डब्ल्यूजी फॉर्मूलेशन के रूप में कीटनाशक और पोषक तत्वों का एक कॉम्बीनेशन विकसित किया गया है, जो कि येलो स्टैम बोरर जैसे घातक कीटों का मुकाबला करने में सक्षम है। होटल रैडिसन जीरकपुर में आज इमारा, जुड़वा जी और रीप उत्पादों को एकसाथ लॉन्च किया गया। लांच के मौके पर, नेशनल सेल्स हेड राजेंद्र अखानी ने कहा कि इमारा एक अलग तरह का उत्पाद है क्योंकि कीटनाशकों के निर्माण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अक्रिय सामग्री की जगह इसमें सल्फर (70%) और जिंक ऑक्साइड (13%) का प्रयोग किया गया है। यह पौधों को हानिकारक कीटों से बचाता है और आवश्यक पोषण प्रदान करता है। यह मिट्टी की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इसीलिए इसकी टैगलाइन है- “इमारा एक, फ़ायदे अनेक”।
इमारा एक डब्ल्यूजी आधारित उत्पाद है जो इसकी एप्लीकेशन को आसान बनाता है। धान की फसल में रोपाई के 15 से 20 दिनों बाद और सीधी बोई गई फसल में 25 से 30 दिन बाद 4 किलो प्रति एकड़ मिट्टी या खाद को समान रूप से मिलाकर प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। यह तना छेदक कीट से पूरी सुरक्षा देता है।
मार्केटिंग वाइस प्रेसीडेंट, हितेश पटेल ने कहा कि भारत चावल उत्पादन के मामले में दूसरे स्थान पर है, लेकिन इस प्रमुख उपज में एक कीट के कारण समस्या आती है। इन कीटों में, पीला तना छेदक जल्दी बोए गए धान में उपज को 20% और देर से बोए गए धान में 80% तक कम कर देता है। इसलिए अपने साथी किसानों की मदद करने के लिए, सल्फर मिल्स ने इमारा कीटनाशक और पोषक तत्वों का कॉम्बो पेश किया है।
अजय कुलश्रेष्ठ, वाइस प्रेसीडेंट सेल्स, ने कहा कि इमारा सबसे आदर्श उत्पाद है और इसकी पुष्टि हमारी टीम के साथ-साथ विश्व भारती विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल, अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु और कोंकण कृषि विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र द्वारा किए गए शोध से होती है। साथ ही, ड्राई कैप आधारित डब्ल्यूजी उत्पाद – जुड़वा जी भी पेश किया गया है।
कंपनी 80 से अधिक देशों में काम कर रही है और किसान समुदाय की सेवा कर रही है। इस मौके पर पूरे भारत के डीलर मौजूद थे।


