देश-प्रदेश की भाजपा सरकार पूंजीपतियों के हित साध रही, बेरोजगारी चरम सीमा पर….
पंचकुला: देश-प्रदेश की भाजपा सरकार पूंजीपतियों के हित साध रही है। किसानों – मजदूरों के जायज आंदोलनो को लाठी गीली के दम पर दबा रही है। उक्त बात भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के हरियाणा राज्य सचिव मंडल सदस्य जय भगवान ने कही। वे पार्टी के त्रिवार्षिक जिला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन की अध्यक्षता टेकचंद, राम आसरे ने की व संचालन रणधीर सिंह साथी ने किया। सीपीआईएम नेता ने कहा कि 9 महीने से ज्यादा समय हो गया हमारे देश में लाखों किसान सड़कों पर हैं। सैंकड़ों किसान शहीद हो चूके हैं। परंतु सरकार अडानी – अंबानी जैसे कार्पोरेट्स के हित में शांतिपूर्वक आंदोलन पर दमन करने पर उतारू हैं।
भाजपा के नेतृत्व में बड़े कार्पोरेट्स घरानों के हित साधे जा रहे हैं। दो दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा राष्ट्रीय मोद्रीकरण पाइप लाइन बारे घोषणा की गई है। यह और कुछ नहीं बल्कि जनता के खून पसीने से खड़ी की गई संपत्ति की महालूट करवाने का मामला है। किसानों को बर्बाद करने व लूट के लिए ही तीन कृषि कानून पारित किए हैं। कम्पनियो का गुलाम बनाने के लिए मजदूरों के कानून बदले गए हैं। देश और दुनिया के बड़े पूंजीपति देशों के चंद कार्पोरेट्स घरानों ने लूट के लिए भारी तबाही मचाई है। जबकि एक तिहाई लोगो ने अपने रोजगार खोए हैं। फिर भी भाजपा जनता व गरीब की हितेषी का ढोंग कर रही है। जनता घटती आमदन और बढ़ती महंगाई से भारी परेशानी झेल रही है। उन्हें राहत देने की बजाय इसी कोरोना के दौरान डीजल पेट्रोल व गैस कीमतों को बढ़ाकर 5 लाख 40 हजार करोड़ रूपए टैक्स के रूप में लूट लिया गया। जनता को संकटों से राहत तभी मिल सकती है जब लूट पर आधारित इस व्यवस्था को पलटा जाएगा।
जिला सचिव कर्मचंद ने सम्मेलन में पिछले चार साल की रिपोर्ट रखी। जिसे व्यापक बहस के बाद पास किया गया। सम्मेलन ने आगामी तीन साल के लिए नई सांगठनिक कमेटी व रणधीर सिंह साथी को सचिव के तौर पर चुनाव किया। सम्मेलन ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मुज्जफर नगर में 5 सितम्बर को होने वाली बड़ी रैली और 25 सितम्बर के भारत बंद में बड़े पैमाने पर भागेदारी का प्रस्ताव पारित किया गया। पार्टी के आहवान पर 20 से 30 सितम्बर के बीच जन मुद्दों पर अभियान चलाते हुए प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
सम्मेलन का समापन करते हुए राज्य नेता वीरेंद्र सिंह मलिक ने कहा जनता की आय शक्ति घटी है। बेरोजगारी चरम पर है। राज्य में खट्टर राज में नौकरियों में भर्ती के नाम पर भारी लूट की जा रही है। अधिकतर टेस्ट लीक हो रहे हैं। राज्य सरकार ने हाल ही में विधान सभा में भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन कर कारपोरेट के लिए जमीन हड़पने को आसान बना दिया है। इस बाहरी संकट में देश में बदलाव व नीतियों के परिवर्तन के लिए कम्युनिस्ट और वामपंथी पार्टियों को मजबूत करने की जरूरत है। देश में ऐतिहासिक किसान आंदोलन 9 महीने पूरे कर चुका है। यह आंदोलन कारपोरेट की लूट को केंद्र में लेकर आया है। इस दौर में मजदूर किसानों की एकता को मजबूत करते हुए इस सिस्टम के बदलाव की तैयारी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भयंकर आर्थिक पीड़ा झेल रही जनता पर डाके डाले जा रहे हैं। जनता चौतरफा ढंग से पीड़ित है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता की रोजमर्रा की समस्याओं पर आंदोलन खड़ा करना चाहिए।
यह सम्मेलन अंबेडकर भवन सेक्टर 12A पंचकूला में हुआ।
नई जिला कमेटी का गठन किया गया है। रणधीर सिंह साथी, कर्मचंद कामी, लच्छी राम शर्मा मोरनी, लक्ष्मन दास बतोड़, रमेश अम्बाला सहित पांच सदस्यीय कमेटी गठित हुई। जिला सचिव रणधीर सिंह साथी को बनाया गया।
जारीकर्ता
जिला सचिव
रणधीर सिंह साथी व समस्त जिला कमेटी
8901123772
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पंचकूला।