महिलाओं ने फौजी भाइयों को राखी बाँध मनाया रक्षाबंधन…..
चंडीगढ़:-रक्षा बंधन यानी भाई बहन के प्रेम का प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन इस बार 22 अगस्त को मनाया जाएगा। राखी का पावन त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन आता है। इस बार इस खास मौके पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। मान्यता है कि इस संयोग में सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। देश की सीमा की सुरक्षा कर रहे देश के जवान रक्षाबंधन के अवसर पर अपनी कलाई पर बहनों से राखी नहीं बंधवा पाते हैं। देश की सुरक्षा के लिए जवान दिन-रात सीमा पर डटे रहते हैं। महिलाओं ने सैनिकों को राखी बांधी. भाइयों ने भी उनकी रक्षा का संकल्प दोहराया।
चंडीगढ़ की समाजसेवी संस्था द लास्ट बेंचर की महिला सदस्यों ने एन सी सी जवानों को रक्षासूत्र बांधकर रक्षाबंधन मनाया। जवानों ने भी बहनों को देश और उनकी रक्षा करने का वचन दिया। रविवार को रक्षाबंधन पर्व से एक दिन पहले द लास्ट बेंचर की प्रेजिडेंट सुमिता कोहली और उनकी टीम के सदस्यों शशि बाला, विमला गुप्ता, डेज़ी महाजन सहित आरती बुद्धिराजा ने सेक्टर 31 स्थित एन सी सी कार्यालय में पहुंचकर जवानों की कलाई पर राखी बांधी। जवानों को बहनों ने माथे पर तिलक लगाकर राखी बांधी और उनसे आशीर्वाद लिया। जवानों ने उन्हें उपहार भी दिए। इस दौरान बहनों ने उन्हें मिठाई खिलाकर उनका मुंह भी मीठा करवाया। एन सी सी के सी ओ आर के शर्मा, सूबेदार मेजर महेंद्र सिंह, सूबेदार मेजर सोलंकी, अजय राणा, नायक उत्तम भाटी, हवलदार एम सी जोशी और हवलदार रेड्डी समेत अन्य अधिकारी और जवानों ने राखी बंधवाकर मुंह मीठा किया। बहनों ने उन्हें तिलक लगाकर उनका सम्मान किया। उन्होंने जवानों को कहा कि वे ये न समझें कि वे अपने घर से दूर हैं, वे बहनों से राखी नहीं बंधवा पाएं हैं। वे उनकी बहनें हैं और यही वजह है कि वे उन्हें राखी बांधने के लिए वहां पर इकट्ठा हुई हैं।
द लास्ट बेंचर की प्रेजिडेंट सुमिता कोहली ने कहा कि राखी के त्योहार में बहन अपने भाई को राखी बांधती है और बदले में उम्मीद करती है कि भाई हर बुराई से उनकी रक्षा करेगा। उन्होंने कहा कि देश के फौजी ही सही मायनों में सभी के रक्षक है, जो कि अपने परिवारों से दूर रहकर सीमा पर डटकर देश और देशवासियों की रक्षा कर रहे हैं।
इस दौरान जवानों ने भी बहनों को शुभकामनाएं और आशीर्वाद देते हुए देश और उनकी रक्षा करने का वचन दिया।