शहीदी दिवस, संक्रांति और निर्जला एकादशी पर्व के उपलक्ष्य में समाजसेवी संस्थाओं ने लगाई छबील….
ठंडी-मीठी लस्सी पिला राहगीरों की बुझाई प्यास:
कोरोना गाइडलाइंस का बखूबी किया गया पालनचं चडीगढ़:-पांचवी पातशाही श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस, संक्रांति और निर्जला एकादशी पर्व के उपलक्ष्य में आज चंडीगढ़ के सेक्टर 16-23 विभाजित मार्ग पर समाजसेवी संस्थाओं द लास्ट बेंचर और ओंकार चैरिटेबल फॉउंडेशन के आपसी सहयोग से छबील सजाई गई और राहगीरों को ठंडी मीठी लस्सी बांटी गई। इस बार की विशेषता यह रही की छबील के लिए स्टील के गिलास की बजाय ठंडी मीठी लस्सी के पैकेट्स का प्रयोग किया गया। राहगीरों ने भी ठंडी मीठी लस्सी पी और अपनी प्यास बुझाई, पैकेट लस्सी वितरण के चलते एक तो राहगीरों की भीड़ भी न इकट्ठी हो पाई। छबील सेवा में संस्थाओं के प्रेसिडेंट रविन्द्र सिंह बिल्ला और सुमिता कोहली सहित संस्थाओ के सदस्यों आरती बुद्धिराजा, रीता नंदा, विकास, शशिकांत, राकेश कुमार, स्वर्ण, प्रियंका, अनु सहित अन्य ने सहयोग दिया। इस मौके कोरोना गाइडलाइंस का भी पूरी तरह से पालन किया गया। समाजसेवी संस्थाओं द्वारा न केवल स्वयं सामाजिक दूरी का बखूबी पालन किया, बल्कि लोगों को भी इन गाइडलाइंस का गंभीरता से पालन करने के लिए जागरूक किया गया।
ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के प्रेसिडेंट रविन्द्र सिंह बिल्ला ने कहा कि शहीदी दिवस, संक्रांति और निर्जला एकादशी पर्व के उपलक्ष्य में आज छबील का आयोजन किया गया है। इस मौके
छबील पीने के लिए आने वाले लोगों को पौधरोपण करने, गंदगी ना फैलाने, प्लास्टिक व पॉलिथीन का प्रयोग नहीं करने की शपथ भी दिलाई गई है।
वहीं द लास्ट बेंचर की प्रेसिडेंट सुमिता कोहली ने बताया कि गर्मी के मौसम को देखते हुए भी इस छबील का आयोजन किया गया।शास्त्रों के अनुसार एकादशी का पुण्य समस्त तीर्थों और दानों से अधिक है। केवल एक दिन मनुष्य निर्जल रहने से पापों से मुक्त हो जाता है।