डीसी पंचकूला द्वारा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया
पंचकूला दिनांक 24-07-2020 सीटू जिला की बैठक रमा की अध्यक्षता में हुई बैठक को सीटू राज्य महासचिव जयभगवान ने सम्बोधित किया ।जिला सचिव ने उपायुक्त पंचकूला के माध्यम से 7,8,9,अगस्त की हडताल का नोटिस प्रधानमंत्री के नाम दिया। जयभगवान ने कहा की कोरोना संक्रमण के चलते किए गए लोक डाऊन के चलते करोड़ों लोगों के रोजगार तबाह हो गए हैं। हमारी आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए खाद्य सुरक्षा का संकट खड़ा हो गया है। उत्पादन, कारोबार, रोजगार अभी पटरी पर आने में बड़ा समय लगने की संभावना है। ऐसे समय में जनता को संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य के ढ़ांचें को मजबूती प्रदान करना एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किए जाने की बेहद जरूरत है। दूसरी और करोड़ों आबादी को भुख व कुपोषण से बचाने के लिए न केवल मुफत राशन मुहैया करवाए जाने की जरूरत है बल्कि उसे नगदी भी प्रदान की जानी चाहिए। जहां एक तरफ मजदूरों के रोजबगार बहाली की जरूरत है वहीं खेती व किसानी को संकट से उभारने के लिए मदद की तुरंत दरकार है।
यूनियन कर्मचारी की जिला प्रधान रामा ने कहा कि एक तरफ तो सरकार हमें कोरोना योद्धाओं का नाम देकर हमारा मान सम्मान बढ़ा रही है परंतु अंदर ही अंदर हमारे खिलाफ नीतियां बनाई जा रही है
बार-बार इस बारे अपील करने, मांग पत्र भेजने व सीमीत प्रतिरोध के द्वारा आपकी सरकार के समक्ष अपना पक्ष रखने के बावजूद इस दिषा में केन्द्र सरकार की बेहद संवेदनहीन प्रतिक्रया मिली है। जनता को राहत देने की बजाय सरकार ने लोक डाऊन से पहले जारी प्रयासोें के तहत सार्वजनिक व सरकारी क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपने का काम किया है। मजदूरों के अभी तक हासिल किए गए अधिकारों को छीनने का क्रम जारी रखा है। खेती कें बारे तीन अध्यादेश लाकर सरकार ने खेती व फसलों को कारपोरेट व अमीरों के हवाले करने के व किसानों को उनके रहमों करम पर छोड़ देने के ही कदम उठाए हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य के ढ़ाचें को मजबूत करने की बजाय सरकार का रूख जनता के बुनियादी नागरिक अधिकारों को छीनने का ही रहा है। हमारे देश की आत्मनिर्भरता व उसके बुनिाद को खत्म करने का काम इस कोरोना काल में केन्द्र सरकार कर रही है।
इसलिए हम 9 अगस्त भारत छोड़ो दिवस पर ’’भारत बचाओ नारे’’ के तहत देशव्यापी जेल भरो कार्यवाही के तहत हम सत्याग्रह करेंगे। मिडडे मिल की नेता ऊषा,जसवीरा,गीता,परमजीत,आशा की नेता वन्दना,रेहडी पटरी के नेता अमरनाथ वर्मा शामिल थे हमारी प्रमुख मांगे हैंः
1. सरकारी स्वास्थ्य के ढ़ाचे को मजबूत बनाया जाए इसका विस्तार हो व अधिक निवेश किया जाए। स्वास्थ्य विभाग के तमाम अस्थाई कर्मी स्थाई हों व नई भर्ती भी की जाए।
2. सभी जरूरतमंद परिवारों को 6 महीनों तक प्रतिव्यक्ति 10 किलो अनाज फ्री में मिले।
3. जो परिवार करदाता नहीं है, उसे 7500 रूपये महीना नगद राशि प्रदान की जाए।
4. केन्द्र द्वारा खेती व किसानी के बारे लाए गए तीन अध्यादेश निरस्त हों। किसानों की फसलों की लाभकारी मूल्य पर खरीद की गारंटी हों।
5. गरीब किसानों व खेतमजदूरों के कर्जे माफ करो व कर्जा बोर्ड गठित करो।
6. मनरेगा में 200 दिन काम 600 रूपये दिहाड़ी करो, शहरों में भी इसे लागू करो। रेहड़ी-पटरी मजदूरों को राहत दी जाए।
7. श्रम कानूनों में राज्यवार किए गए संशोधन निरस्त हों व केन्द्र द्वारा प्रस्तावित बदलाव वापस हों। नौकरी से निकालने वाले फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ कार्यवाही हो व मजदूरों की नौकरी बहाली हो व वेतन कटौती बंद हो।
8. सार्वजनिक क्षेत्र व सरकारी विभागों का निजीकरण बंद हो व इस बारे लिए गए तमाम फैसले वापस लिए जाएं।
9. सभी निर्माण मजदूरों का निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड में रजिस्ट्रशन हो, आनलाईन- आफलाईन पंजीकृत श्रमिकों को सभी लाभ व सुविधाएं मिलें।
10. सरकारी विभागो में स्थाई भर्ती हो। तमाम अस्थाई/ठेका कर्मचारियों को पक्का करो।
11. कच्चे कर्मचारियों को पक्का करो। आंगनवाड़ी-आशा-मिड डे मील-क्रेच कर्मियों, ग्रामीण सफाईकर्मियों, ग्रामीण चैकिदारों, वन मजदूरों समेत सभी तरह के अस्थाईकर्मियों को 24000 रूपये न्यूनतम वेतन दो।
जारीकर्ता
लच्छी राम
जिला सचिव सीटू पंचकूला
8901123772