मृत जानवरों के प्लांट का मामला : पार्षदों की कमेटी कटघड़े में -ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने उठाए सवाल
चंडीगढ़ 8 जून
डडूमाजरा ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने मृत जानवरों के प्लांट की जगह और संभावना तलाशने के लिए तत्कालीन मेयर और पार्षद राजेश कुमार कालिया की ओर से गठित पार्षदों की कमेटी को कटघड़े में खड़ा किया है। कमेटी तो यह पिछले वर्ष तत्कालीन मेयर और पार्षद राजेश कुमार कालिया ने गठित की थी, लेकिन निगम सदन की हालिया 29 मई को हुई बैठक के बाद से सवाल उठ रहे है कि पूर्व मेयर आशा जसवाल की अगुआई वाली इस पार्षदों की कमेटी की सिफारिश किस तरह की थी कि इसका फैसला सदन बैठक में आकर नाटकीय तरीके से पलट गया। उस कमेटी के सदस्य और पार्षद विनोद अग्रवाल भी उन पार्षदों में शामिल थे जिन्होंने औद्योगिक क्षेत्र फेस-1 में प्लांट लगाए जाने का विरोध किया था। सदन बैठक के एक दम बदले गए फैसले के बाद अब सवाल यह उठ रहे है कि क्या महज खानापूर्ति और आंखों में धूल झोंकने के इरादे से यह कमेटी गठित की गई थी? अगर ऐसा नहीं तो फैसला पलट कैसे गया ? यह भी संयोग की बात है कि जिस वक्त वीडियो कांफ्रेंस के जरिए इस से संबंधित एजेंडे के विपरीत सैक्टर-25 में प्लांट लगाए जाने की सहमति बनी तब विरोध करने वाले तीनों पार्षद फरमिला, शीला फूल सिंह से लेकर पूर्व मेयर कालिया के इंटरनेट कनेक्शन के संपर्क टूटे हुए थे।
सवाल यह उठ रहे है कि जब यह एजेंडा बदल कर पारित किया गया तब कमेटी की चेयरपर्सन सहित अन्य सदस्य पार्षद कहां थे ? उनकी प्रतिक्रिया अभी तक भी क्यों नहीं आई ?
वहीं, इस बीच ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने पिछले वर्ष गठित कमेटी के सदस्य पार्षदों पर निशाना साधा है।
वहीं, ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने स्लोगन सेल्फी के माध्यम से अपना विरोध प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष दयाल कृष्ण का कहना है कि उनकी इस मुहिम में प्लांट के विरोध में आसपास के सैक्टर 39, 40 38 वेस्ट फेडरेशन आफ वेल्फेयर एसोसिएशन के निवासी भी साथ जुड़ गए हैं, और अपने-अपने सैक्टर में विरोध कर रहेे हैं। ज्वाइंट एक्शन कमेटी अध्यक्ष ने साथ ही आरोप लगाया कि इंडस्ट्री एरिया में प्लांट लगने का विरोध जिन पार्षदों ने किया और इस प्लांट को 25 में लगाने की पैरवी कर उसे पास करवाया, जिसकी निंदा की जाती है।
वार्ड नंबर 4 की एरिया पार्षद और कमेटी की सदस्य मूक दर्शक क्यों ? :
उन्होंने कहा कि सभी सैक्टर के लोग इसका विरोध कर रहे हैं मगर नगर निगम इस पर अभी भी खामोश है । ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष ने आगे कहा कि पिछले वर्ष अगस्त में इस प्लांट को लेकर एक कमेटी गठित की गई थी उनमें पूर्व मेयर आशा जसवाल , पार्षद विनोद अग्रवाल, और इनमें एक पार्षद तो वार्ड नं 4 की एरिया पार्षद सुनीता धवन भी इसकी सदस्य थी, जिनके वार्ड के अधीन सेक्टर 23, 24 और 36 तक आते है। ऐसे में उनका सवाल है कि क्या इन सैक्टर के निवसियो को क्या कोई फर्क नही पड़ेगा अगर मृत हुए जानवर का प्लांट 25 में लगेगा ? एरिया पार्षद क्यों विरोध नही कर रही ? क्यों मूक दर्शक बनी हुई है।
पूर्व मेयर और कमेटी चेयरपर्सन को भी घेरा :
उनका सवाल पूर्व मेयर कमेटी की चेयरपर्सन -पार्षद आशा जसवाल से है जो डंपिंग ग्राउंड के मसले पर तो खूब यहां के निवसियो के लिए सहानुभूति रखती है, जब मेयर थी तो यहां के खूब चक्कर लगाती थी, लेकिंन पिछले वर्ष जब तत्कालीन मेयर राजेश कालिया ने कमिटी बनाई थी तब इनपर एरिया पार्षद फार्मिला पर दवाब बनाने के आरोप तक लगे थे। ऐसे में यह दोहरा खेल क्यों ? कमिटी में पार्षद विनोद अग्रवाल भी है जिनकी बदलौत हम फिर से संघर्ष करने पर मजबूर हुए ।