समाज द्वारा कमिश्नर साहब से की गई अपील
कल पुलिस मुलाजिमों की बदलीयों हेतु जो फैसला लिया गया उस पर परविंदर भट्टी जी ने कहा कुछ पुलिस अधिकारियों के अच्छे कर्मठ और कर्मशील चरित्र होने के कारण भी उनको उनका हक और सम्मान नहीं मिल पाता इस पर उन्होंने अपील की कमिश्नर साहब आपसे सविनय आप हमारी लुधियाना की धरती पर हीरा बनकर आए और बहुत से ऐसे फैसले लिए जिससे लुधियाना वासियों को सुकून मिला वही आपने महामारी में रात दिन एक कर लोगों की सेवा की।
आपसे निवेदन है कल दिनांक 29 मार्च 2020 को जो बदलियां हुई उसमें चौकी इंचार्ज ईश्वर क्लोनी सुरजीत सैनी जी की भी बदली पुलिस लाइन की गई। उन्होंने समाज में जहां पुलिस मुलाजिम का कर्तव्य निभाया वहीं समाजसेवक बनकर गरीबों की मदद की।
1. ग्यासपुरा सिलेंडर ब्लास्ट कांड में गरीबों की अपनी जेब से मदद की संस्कार करवाए तथा तन मन धन से रात दिन एककर सेवारत रहे।
2. शिव चौक होजरी की बिल्डिंग गिरने पर आग के बीच कूदकर अपनी जान जोखिम में डालकर व्यक्तियों को बाहर निकाला।
3. ऑफ ड्यूटी भी समाज सेवक तौर पर रास्ते में कभी किसी को जरूरत पड़ी तो सामने वाले को बिना एहसास दिलवाए कि वह पुलिस मुलाजिम है उसके साथ खड़े हुए।
4. जिस चौकी में भी रहे समाज के लिए पुलिस तौर पर और सामाजिक तौर पर भी सेवाएं की गर्मी में छबील का पानी तो सर्दी में चाय का लंगर हमेशा लगवाया।
5. महामारी में कर्फ्यू और लॉक डाउन के दौरान लोगों की तन मन धन से सेवा की,लोगों तक लंगर पहुंचाया खुद उनके बीच रहे उनके दर्द दुख और तकलीफ को समझा, भूखे लोगों के लिए ईश्वर कॉलोनी चौकी में लगातार चूल्हा जलता रहा, महामारी खत्म करवाने हेतु शांति पाठ भी चौकी में करवाया।
समाज में पुलिस अधिकारी बनकर नहीं समाज का मित्र बनकर सबके साथ खड़े हुए ताकि पुलिस की एक अच्छी छवि समाज में जाए समाज पुलिस से डरने की बजाय पुलिस को अपना मित्र समझ कर पुलिस पर विश्वास करें।
और इन कार्यों के लिए कई बार उन्हें सम्मान चिन्ह भी मिले और यह सब आप की अध्यक्षता में हुआ। ऐसे कर्मशील और गुणवान व्यक्तित्व के मालिक को इस तरह से पुलिस लाइन में बदली कर देना, जहां समाज में इस बात की निंदा हो रही, वही एक कर्मठ पुलिस मुलाजिम की सेवाओं के लिए जहां उसे सम्मानित चिन्ह मिलना चाहिए,
उसकी जगह बदली की गई तो इससे पुलिस मुलाजिमों में अच्छा कर्मशील रोल अदा कर रहे पुलिस मुलाजिमों का धैर्य टूटेगा।
हमारी इस विनती पर गौर करते हुए आप जरूर फैसला ले और एक कर्मठ मुलाजिम को उसकी सेवाओं का फल दें।