देव समाज महोत्सव का देव समाज भवन, सेक्टर-36 बी, चंडीगढ़ में शुभारम्भ…..
चंडीगढ़, 4 दिसंबर 2025: देव समाज के संस्थापक परम पूज्य भगवान देवात्मा के 175वें शुभ जन्मदिवस के उपलक्ष्य में देव समाज महोत्सव का शुभारम्भ अत्यंत हर्षोल्लास के साथ देव समाज भवन, सेक्टर 36-बी, चंडीगढ़ में हुआ। महोत्सव दिसंबर 6 तक आयोजित किया जा रहा है ।
देव समाज की सेक्रेटरी डॉ. (श्रीमती) अग्नीज़ ढिल्लों ने महोत्सव के बारे में जानकारी कि, हमेशा की तरह इस साल भी देव समाज के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी, अध्यापक गण, देव समाज के श्रद्धावान, सेवक तथा गणमान्य अतिथि देश भर से पधारे हैं। उन्होंने आगे बताया कि महोत्सव के दौरान भगवान देवात्मा की शिक्षाओं, मानव मात्र के कल्याण हेतु उनके द्वारा किए गए त्याग, जीवन में संबंधों के महत्व और मानवीय मूल्यों को अपनाने हेतु प्रेरित करने के लिए आगामी दिनों में विभिन्न सभाएं आयोजित होंगी ।
उन्होंने कहा कि, “अध्यात्मिक सभाओं के अलावा महोत्सव के दौरान रक्तदान शिविर भी आयोजित होगा । महोत्सव के विशेष दिन – भगवान देवात्मा के जन्म दिवस दिनांक 5 दिसम्बर 2025 को भगवान देवात्मा की मनुष्य मात्र के प्रति निस्वार्थ सेवा भावना और सामाजिक कल्याण के संकल्प को याद करते हुए पी.जी.आई.एम.ई.आर. के सहयोग से एक रक्तदान शिविर भी लगाया जायेगा।”
महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर देव समाज के अनुयायियों और देव समाज के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के अध्यापकों और कर्मचारियों ने देव समाज के पूर्व सेक्रेटरी परम आदरणीय श्रीमान निर्मल सिंह जी ढिल्लों को अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया जिनके अनुशासन और मिशन केंद्रित लीडरशिप ने देव समाज और देव समाज की संस्थाओं को सुदृढ़ आधार प्रदान किया।
महोत्सव का आरम्भ ‘प्रवेश सभा’ के साथ हुआ जिसे श्रीमान मनोज मदान जी ने संबोधित किया। उन्होंने देश के अलग-अलग स्थानों से महोत्सव में शामिल होने के लिए पधारे सभी लोगों का स्वागत किया और महोत्सव के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद उन्होंने भगवान देवात्मा के मानवतावादी और कल्याणकारी जीवन पर प्रकाश डालते हुए मनुष्य की व्यक्तिगत उन्नति और समाज की प्रगति के लिए वैज्ञानिक मनोवृत्ति को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि रिश्तों को पोषित करने के लिए व्यक्ति को सच्चाई और ईमानदारी के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। उन्होंने समाज की उन्नति और विकास तथा स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में देव समाज के योगदान की भी विस्तार से चर्चा की। ‘प्रवेश सभा’ के पश्चात देव समाज कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा भक्ति संगीत गायन प्रस्तुत किया गया।
हर साल आयोजित किये जाने वाले इस महोत्सव में सेवा, नैतिक शिक्षा और सद्भावना के द्वारा आध्यात्मिक विकास के क्षेत्र में देव समाज के मिशन की भूमिका को प्रमुखता से रेखांकित किया जाता है। समर्पण, शिक्षा और सामाजिक गतिविधियों के द्वारा यह महोत्सव व्यक्तिगत रूपांतरण और सामाजिक उत्थान में अपनी भूमिका को निर्णायक रूप से स्थापित करता है।


