श्री मद भागवत कथा और वृन्दावन प्राक्टय उत्सव के दूसरे दिन इंद्रेश महाराज ने भगतों को किया निहाल….
आज दूसरे दिन विश्व विख्यात कथा व्यास परम पूज्य श्री इंद्रेश महाराज ने कथा वर्णन में बताया कि श्रीमद् भागवत गीता जी का पहला शलोक जन्म शब्द से शुरू होता है और अंतिम शब्द हरि सत्य है। उन्होंने बताया कि मानव जीवन का जन्म हरि के सिमुरान के साथ अपने सभी कर्तव्य निभाते हुए अंत समय में हरि चरणों में लीन होना है। महाराज जी ने बताया कि जिस तरह आज कल मोबाईल में गूगल मेप के जरिए सब लोग अपनी मंजिल तक पहुंचते है उसी तरह श्रीमद् भागवत गीता जी मनुष्य को जीवन की असली मंजिल तक ले जाती है।
इस अवसर पर गायक बी प्राक ने बताया कि इस भागवत कथा में देश के जानेमन संत पहुंच रहे है, जो लोगों को ज्ञान की बातें बताएंगे और श्री मद भागवत कथा का पाठ करेंगे। उन्होने कहा कि कार्यक्रम में पूज्य स्वामी कैलाश नंद गिरि जी महाराज महामंडलेश्वर निरंजन अखाड़ा परिषद, जया किशोरी, चित्रलेखा, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर सरकार) और अनिरुद्धाचार्य सहित जाने माने धार्मिक गुरु पहुंच रहे है।
गायक बी प्राक ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन कर मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए उन्हें इतने महान संत महात्माओ की सेवा करने का मौका मिला है।