चितकारा यूनिवर्सिटी पंजाब ने सीबीएसई एक्सपोजर विजिट की मेजबानी की….
चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब को सेंटर बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के साथ मिलकर ज्ञानवर्धक “सीबीएसई एक्सपोजर विजिट” की मेजबानी करने का गौरव प्राप्त हुआ। यह एक्सपोजर विजिट 22 से 23 अगस्त 2024 को आयोजित की गई। यह दो दिवसीय कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के लिए शैक्षिक नवाचारों से गहराई से जुड़ने, सर्वोत्तम प्रथाओं का पता लगाने और स्कूली शिक्षा के उभरते परिदृश्य में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का एक असाधारण अवसर था। इस विजिट ने न केवल ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया, बल्कि अकादमिक उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने और राष्ट्रीय शिक्षा के विचार में सार्थक योगदान देने के लिए चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता को भी मजबूत किया।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस चंडीगढ़ सीबीएसई के अंडर सेक्रेटरी श्री राजीव शर्मा ने इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने अपने संबोधन में स्कूलों से अपने दृष्टिकोण का विस्तार करने और उच्च शिक्षा के उभरते परिदृश्य के साथ तालमेल बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि सीबीएसई परिवर्तनकारी बदलावों से गुजर रहा है, जो एक पारंपरिक परीक्षा निकाय से एक व्यापक संगठन में बदल रहा है जिसकी भारत भर में कई शैक्षणिक इकाइयां, प्रशिक्षण केंद्र हैं जिनमें कई कौशल विकास कार्यक्रमों को चलाया जा रहा है। उन्होंने सीबीएसई एक्सपोजर विजिट के आयोजन में एक बार फिर भागीदारी करने के लिए चितकारा यूनिवर्सिटी को सीबीएसई की ओर से हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने यूनिवर्सिटी के विविध कार्यक्रमों की प्रशंसा की और स्कूल प्रिंसिपलों से स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा के बीच की खाई को पाटने में मदद करने के लिए सीखने, साझा करने और नेटवर्किंग के अवसरों में सक्रिय रूप से शामिल होने का आग्रह किया।
कार्यक्रम की शुरुआत चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डॉ मधु चितकारा के मुख्य भाषण से हुई, जिन्होंने उन्होंने शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति यूनिवर्सिटी के दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया। उन्होंने इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “सीबीएसई एक्सपोजर विजिट ज्ञान साझा करने और सहयोग की एक उल्लेखनीय यात्रा है, जो शिक्षा के भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित दूरदर्शी नेताओं को एक साथ लाती है। इस यात्रा के दौरान प्राप्त अंतर्दृष्टि और बनाए गए संबंध निस्संदेह शैक्षिक उत्कृष्टता की हमारी सामूहिक खोज पर एक स्थायी प्रभाव डालेंगे। चितकारा यूनिवर्सिटी को सीबीएसई के साथ साझेदारी में इस तरह की महत्वपूर्ण पहल की मेजबानी करने का सम्मान मिला है, जो भविष्य के नेताओं को सशक्त बनाने वाली परिवर्तनकारी शैक्षिक प्रथाओं को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।”
चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब के वाइस चांसलर डॉ संधीर शर्मा ने यूनिवर्सिटी की अभिनव पहलों और शैक्षणिक शक्तियों के बारे में व्यापक जानकारी दी। यूनिवर्सिटी के दूरगामी दृष्टिकोण पर विस्तार से बात करते हुए ऑफिस ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के वाइस प्रेसिडेंट संजीव साहनी ने इस बात पर जोर दिया कि किस तरह चितकारा यूनिवर्सिटी सहयोगात्मक शिक्षण और मिश्रित शिक्षा में अभिनव तरीकों का सक्रिय रूप से नेतृत्व कर रहा है ।
उपस्थित लोगों को चितकारा यूनिवर्सिटी की टीम ने यूनिवर्सिटी कैंपस का दौरा कराया गया जिसके दौरान यूनिवर्सिटी की अत्याधुनिक सुविधाओं, उन्नत शिक्षण वातावरण और जीवंत कैंपस लाइफ का व्यापक दृश्य प्रस्तुत किया गया जो चितकारा को परिभाषित करता है। इस दौरे के बाद एक दिलचस्प विचार-मंथन सत्र हुआ, सीबीएसई एक्सपोजर विजिट के दूसरे दिन भी व्यावहारिक अन्वेषण और सीखने की गति जारी रही। इस दो दिवसीय भव्य आयोजन के समापन पर शिक्षा विभाग की डीन डॉ. संगीता पंत ने अंतिम धन्यवाद ज्ञापन दिया।
इस दौरान सीबीएसई एक्सपोजर विजिट के प्रतिभागियों ने चितकारा संकाय सदस्यों द्वारा संचालित विशेष सत्रों की एक श्रृंखला में भी भाग लिया, जिसमें सहायक डीन एकेडमिक्स डॉ. पारुल सूद ने अपने सत्र में एनईपी 2020 के ढांचे के भीतर कौशल शिक्षा को एकीकृत करने पर सबका ध्यान केंद्रित किया, उसके बाद चितकारा बिजनेस स्कूल की डीन डॉ. रश्मि अग्रवाल ने अपने सत्र में राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क के माध्यम से बहु-विषयक कौशल पर चर्चा की। चितकारा स्कूल ऑफ साइकोलॉजी एंड काउंसलिंग की डीन डॉ. कोमल चावला ने साइको-पेडगोजिकल ब्रिज पर बात की , जिसमें उन्होंने शैक्षिक रणनीतियों के साथ मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों के एकीकरण पर प्रकाश डाला गया।
सीबीएसई एक्सपोजर विजिट का प्राथमिक उद्देश्य एजुकेशनल लीडर्स को भारत भर में उत्कृष्टता के प्रतिष्ठित संस्थानों से परिचित कराना था, जिसमें कौशल शिक्षा के एकीकरण के लिए सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया था।